गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में बवाल, आईटीओ-लाल किला समेत कई हिस्सों में हिंसा, इन लोगों का नाम आया सामने
नई दिल्ली. दिल्ली की सड़कों पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर हुई हिंसा की हर ओर आलोचना हो रही है. किसान ट्रैक्टर रैली (Farmers Tractor Rally) के दौरान हुए उपद्रव में दिल्ली पुलिस को भी निशाना बनाया गया. वहीं दिल्ली पुलिस ने इस हिंसा को लेकर जांच तेज कर दी है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में गैंगस्टर व एक्टिविस्ट लख सदाना की भूमिका की जांच की जा रही है.
सूत्रों के मुताबिक, सेंट्रल दिल्ली में लक्खा सिदाना और उसके करीबियों पर दिल्ली पुलिस पर हमले का रोल सामने आया है. ये सभी सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में सक्रिय थे. लक्खा सिदाना पर पंजाब में 2 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. इसमें गैंगस्टर एक्ट भी शामिल है. सिदाना किसान आंदोलन में काफी दिनों से एक्टिव है. पुलिस अब उसकी भूमिका को लेकर जांच कर रही है.
दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को हुए उग्र भीड़ के पुलिस पर हमले में अबतक 13 एफआईआर दर्ज की हैं जिसमें ईस्ट दिल्ली, द्वारका और पश्चिमी दिल्ली में 3-3 एफआईआर, 2 आउटर नार्थ, एक शाहदरा और एक नार्थ जिले में दर्ज हुई हैं जिनकी संख्या बढ़ सकती हैं बलवा, सरकारी संपत्ति को नुकसान और हथियार लूटने जैसी धाराएं शामिल हैं जो दिल्ली के 6 जिलों में दर्ज की गई हैं जबकि 153 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है.
इस हिंसा को लेकर ईस्टर्न रेंज में पुलिस ने 4 मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें एक मामला पांडव नगर थाने में, दो गाजीपुर थाने में और एक सीमापुरी थाने में दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स तोड़े हैं.
वहीं 41 किसान यूनियनों का प्रतिनिधित्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में लिप्त हुए प्रदर्शनकारियों से खुद को अलग कर लिया और आरोप लगाया कि परेड में कुछ असामाजित तत्व घुस गए थे.