हादसे में अब तक अधिकांश लोगों के शव कुएं से निकाले जा चुके हैं। शुक्रवार दोपहर 3:30 बजे पांचवां शव निकाला गया। इससे पहले सुबह 6:00 बजे तक 4 शव मिल चुके थे। कुएं की मिट्टी और दीवार धंसने से मुश्किल हुआ बचाव कार्य।
कमिश्नर कवींद्र कियावत के साथ ही पुलिस महानिरीक्षक साई मनोहर भी मौके पर पहुंच गए थे। पहले यह कोई भी आधिकारिक तौर पर बताने को तैयार नहीं था कि कुएं के पास कितने लोग जमा थे और कितने लोग कुएं में गिर गए।
सीएम शिवराज ने मामले की जांच के आदेश देते हुए प्रभावितों को हर संभव मदद की बात कही है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व सीएम कमल नाथ ने भी घटना पर ट्वीट किया है।रात पौने दो बजे दो लोगों के शव कुएं से निकाले गए। सीएम ने इस पर ट्वीट कर शोक जताया। इसके बाद दो शव और मिले।
रात डेढ़ बजे कुएं का दस फीट पानी बाहर निकालने के बाद एनडीआरएफ की टीम कुएं में उतरी। कुएं में गिरा ट्रैक्टर निकाल लिया गया।बचाव दल के सदस्यों ने पहले मशीनों की सहायता से ट्रैक्टर निकालने का प्रयास किया।
बताया जाता है कि कुएं को खाली करते समय कुएं की दीवार भी धंसक जाने से बचाव कार्य काफी प्रभावित हुआ है। बचाव कार्य में लगे होमगार्ड के दो जवान, ट्रैक्टर और डीजल पंप भी कुएं में गिर गए थे। हालांकि दोनों होमगार्ड जवान का निकाल लिया गया है।
रात 11 बजे विदिशा के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग लाल पठार गांव पहुंच गए थे। हादसे में राहत और बचाव की जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने लगातार ली। मुख्यमंत्री अपनी दत्तक बेटियों के विवाह समारोह के लिए विदिशा पहुंचे थे और अब वहीं से हालात पर नजर रखकर अधिकारियों को निर्देश देते रहे।
ग्राम पंचायत स्वरूपनगर के सरपंच अमरसिंह कुशवाह ने बताया कि गुरुवार की शाम को पानी भरने के लिए गया एक बालक संदीप परिहार कुएं में गिर गया था। उसे निकालने के लिए करीब 50 से अधिक लोग कुएं पर पहुंच गए। कुशवाह के मुताबिक इस कुएं पर लोहे की गाडर डालकर सीमेंट की छत डाल दी थी। कुएं में सिर्फ बीच का हिस्सा खुला रहता था। बच्चे को निकालने पहुंचे लोग गाडर की इस छत पर चढ़ गए। भीड़ के दबाव के कारण दोनों तरफ की छत कुएं में गिर गई। इसके चलते छत पर खड़े लोग भी कुएं के पानी में जा गिरे।
सरपंच के मुताबिक यह कुआं करीब 30 फीट गहरा है। जिसमें करीब 20 फीट तक पानी भरा हुआ था। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीणों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू करवाया। कुएं में तैरते दिख रहे पांच से छह लोगों को बाहर निकालने के साथ डीजल पंप और फायर ब्रिगेड से कुएं को खाली करवाने का काम शुरू किए गया था उसी दौरान कुएं की दीवार भी धसक गई। इससे बचाव कार्य प्रभावित हो गया और शेष लोग कुएं में दबे रहे। बाद में पोकलेन मशीन से कुएं का मलबा निकालने का काम शुरू किया गया।
मुख्यमंत्री ने सीएस व डीजीपी को दिए निर्देश
घटना की जानकारी मिलते ही बेटियों के विवाह में व्यस्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी बचाव के लिए सक्रिय हो गए। उन्होंने तत्काल प्रदेश के मुख्य सचिव, डीजीपी और एसडीआरएफ के डीजी से बात की। कमिश्नर और आईजी के अलावा कलेक्टर डॉ. पंकज जैन और एसपी विनायक वर्मा भी मौके पर पहुंचे हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन का पूरा अमला मौके पर राहत कार्य में जुटा रहा।