श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में तीन दिनों में हुई पांच नागरिकों की हत्या को लेकर श्रीनगर के मेयर ने पाकिस्तान पर निशाना साधा है. मेयर जुनैद मट्टू ने कहा कि इन वारदातों के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. मट्टू ने कहा कि हम सबको बाहर सड़क पर आना चाहिए और यह संकल्प लेना चाहिए कि हम ऐसी चीजों को मंजूरी नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि मैं सभी समुदायों से एक साथ खड़े होने की अपील करता हूं. मट्टू ने कहा कि सांप को सांप कहिए, ये हमारे लोगों को बर्बाद करने के लिए निकले हैं.
मेयर ने कहा कि सिख समुदाय ने उन हालातों में यहां रहना स्वीकार किया जब यहां कोई नहीं था, यही लोग बाढ़ और अन्य परेशानियों के वक्त मदद के लिए आगे आए. उन्होंने कहा कि कश्मीर हर धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का है. उन्होंने कहा कि कश्मीर मुस्लिम का है तो हिंदुओं का भी है, सिख का भी है, ईसाई का भी है. उन्होंने कहा कि मिलिटेंट निहत्थे लोगों पर वार नहीं करते हैं, आतंकवादी करते हैं इसलिए उन्हें आतंकवादी ही कहा जाए.
बता दें जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को जानेमाने फार्मासिस्ट माखन लाल बिंदरू समेत तीन नागरिकों की हत्या एक ही दिन बाद गुरुवार को आंतकवादियों ने दो शिक्षकों की हत्या कर दी. आतंकवादियों ने गुरुवार को श्रीनगर में दिन दहाड़े स्कूल में घुसकर दो शिक्षकों को मौत के घाट उतार दिया. सिख और कश्मीरी पंडित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले इन दोनों शिक्षकों की पहचान प्रिंसिपल सतिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों ही शिक्षक सफा कदल के अलोचीबाग के रहने वाले थे. गोली लगने के बाद उन्हें घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
वहीं इससे पहले मंगलवार को संदिग्ध आतंकवादियों ने घाटी में 90 मिनट के भीतर तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यहां इकबाल पार्क क्षेत्र में श्रीनगर की प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक माखनलाल बिंदरू की उनके व्यावसायिक परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. इसके अलावा केंद्रशासित प्रदेश में दो अन्य लोगों की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिनमें से एक बिहार का रहने वाला था और गोलगप्पे व भेलपूरी बेचकर अपनी रोजी-रोटी चलाता था.
आतंकी संगठन 'द रेसिस्टेंस फोर्स' (टीआरएफ) ने मंगलवार को हुए इन हमलों की जिम्मेदारी ली जिसे लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा संगठन माना जाता है.