युवक को खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल, दो दिन बाद मिला शव
मध्य प्रदेश के देवास में एक युवक को खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटे जाने का मामला (MP Beaten Case) सामने आया है. पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक को रस्सी से खंभे पर बांधा गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- मध्य प्रदेश के देवास में एक युवक को खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटे जाने का मामला (MP Beaten Case) सामने आया है. पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक को रस्सी से खंभे पर बांधा गया है. जिसके बाद बेल्ट से उसे बेरहमी से पीटा जा रहा है. दरअसल यह वीडियो मौके पर पहुंची पुलिस (MP Police) ने बनाया था. लेकिन उसके बाद युवक की मौत हो गई.
कन्नौद थाना पुलिस को जैसे ही युवक की पिटाई की खबर मिली उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर घटना का वीडियो (Video Viral) बना लिया. साथ ही घायल युवक को तुरंत खंभे से उतारकर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. लेकिन दो दिन बाद युवक का शव (Deadbody) संदिग्ध हालत में एक पुलिया के नीचे पाया गया. युवक का नग्न हालत में सड़ा हुआ शव मिलने से पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
पिटाई मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार
युवक की मारपीट मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी पर धारा 302 लगाई गई है. यह घटना 28 अगस्त की है. खबर के मुताबिक 35 साल का एक ड्राइवर मनीराम शराब पीने के लिए रुका था. उसी दौरान चोरी के शक में छगनलाल मीणा व उसके तीन बेटे अजय, राजेश व जयप्रकाश ने उसे खंभे से बांध दिया. इस दौरान उसे बेल्ट से पीटा गया. पुलिस को जैसे ही इस मामले की खबर मली वह तुरंत मौके पर पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया.
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवाल
वहीं पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. लेकिन तीन दिन बाद 1 अगस्त को उसका शव संदिग्ध हालत में पाया गया. इस घटना के बाद उसके साथ हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा. पुलिस ने मामले में सख्त एक्शन लेते हुए 2 अगस्त को छगनलाल मीणा और उसके तीन बेटों के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. वहीं कन्नौद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. सवाल उठ रहे हैं कि पिटाई के बाद आरोपियों पर केस क्यों नहीं दर्ज किया गया. वहीं पीड़ित अस्पताल से गायब कैसे हुआ.
इस मामले में एडिशनल एसपी ग्रामीण का कहना है कि इलाज के दौरान मनीराज अस्पताल से भाग गया था. जिसके बाद उसका शव पुलिया के नीचे मिला. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.