Dhirendra krishna shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में निकाली जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के छठवें दिन झांसी के मऊरानीपुर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर किसी ने फूलों के साथ मोबाइल फेंक दिया। मोबाइल सीधे उनके चेहरे पर लगा। इसे पहले हमला कहा गया लेकिन बाबा ने इससे इनकार किया। उन्होंने मोबाइल अपने हाथ में उठाने के बाद बिना नाराज हुए कहा कि किसी व्यक्ति ने फूलों के साथ मुझ पर मोबाइल फेंका है। मोबाइल मुझे मिल गया है। उन्होंने भक्तों से कहा कि वे आगे चलते रहें। यह यात्रा रुकनी नहीं चाहिए। इसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। बाद में बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह किसी तरह का हमला नहीं है। जिस किसी भक्त ने फूल के साथ मोबाइल फेंका है, वह आकर ले ले। यह हमारे पास है। थोड़ी देर बाद बाबा का एक और वीडियो सामने आया जिसमें उन्होंने कहा कि भक्त से गलती से फूल के साथ मोबाइल आ गया था। किसी ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। मोबाइल उन्हें वापस कर दिया गया है। चेहरे पर मोबाइल से लगी चोट को उन्होंने फूल जैसी चोट बताया।
मिली जानकारी के अनुसार बाबा बागेश्वर की पदयात्रा झांसी के मऊरानीपुर क्षेत्र में चल रही थी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ भी उनके साथ चल रही थी। श्रद्धालु लगातार उनका अभिवादन कर रहे थे। कुछ श्रद्धालुओं ने उन पर फूल भी बरसाए। इसी दौरान किसी ने फूलों के साथ मोबाइल फोन फेंक दिया। बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने मोबाइल अपने हाथ में लेकर भीड़ को दिखाया। उन्होंने कहा, 'किसी ने फूलों के साथ मोबाइल फेंककर मारा है। मोबाइल हमें मिल गया है।' उन्होंने साथ चल रहे लोगों को आगे चलने के लिए कहा।
बाद में एक वीडियो में बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री लाउडस्पीकर पर यह कहते हुए सुने गए कि पुलिस-प्रशासन ने बताया है कि कोई न्यूज चल रही है हमले वाली, स्थिति यहां ठीक है। किसी भी प्रकार का हम पर हमला नहीं हुआ है। फूल फेंकते समय किसी श्रद्धालु भक्त का मोबाइल आ गया था जो यहां (चेहरे की ओर इशारा करते हुए) थोड़ा लगा था। मोबाइल अब वापस भी कर दिया गया है। किसी भी प्रकार से ऐसा अभी तक नहीं हुआ। किसी प्रकार की साजिश यहां नहीं चलनी है। प्रदेश का शासन-प्रशासन सख्त है। हम साधुवाद दे रहे हैं। लाखों लोग शांति के साथ यात्रा में शामिल हो रहे हैं। यह आध्यात्मिक यात्रा है। कोई राजनीतिक या किसी के खिलाफ यह यात्रा नहीं है। जन जागृति की यह पदयात्रा है। सब लोग शांति से हैं तो छोटी सी बात को बड़ा न बनाया जाए ताकि धाम से जुड़े लोगों को गलत सूचना प्राप्त न हो। यही प्रार्थना हम करना चाहते हैं। सब ठीक है, बढ़िया चल रहा है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु से गलती से मोबाइल आ गया। उसने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। वह भी परिवार का सदस्य है।
बता दें कि 21 नवंबर को मध्य प्रदेश छतरपुर के बागेश्वर धाम से यात्रा प्रारंभ हुई थी। जो नौ दिनों तक चलेगी। अंतिम दिन 29 नवंबर को रामराजा मंदिर ओरछा सरकार तक करीब 160 किमी का सफर तय करेगी। यात्रा के दौरान यूपी-एमपी सीमा से सटे इलाकों में करीब आठ जगह पड़ाव रखे हैं। जहां ठहराव, खाने-पीने की व्यवस्था और लोगों की रुकने के इंतजाम किए गए हैं। यात्रा की सुरक्षा को देखते हुए एमपी से लेकर यूपी तक पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं।