नई दिल्ली | कॉलेज के शौचालय में साथी छात्रा का वीडियो बनाने को लेकर तीन छात्राओं को निलंबित कर दिया गया है। ये सभी दृष्टि रोग विज्ञान (ऑप्टोमेट्री) की पढ़ाई कर रही थीं। कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से यह जानकारी रविवार को दी गई। नेत्र ज्योति कॉलेज निदेशक रश्मि कृष्ण प्रसाद ने कहा कि घटना बुधवार को हुई और अगले ही दिन छात्राओं को सस्पेंड कर दिया गया। उन्होंने कहा कि लड़कियों को 2 मामलों में निलंबित किया गया- पहला, वे मोबाइल फोन लेकर आईं जो कॉलेज में प्रतिबंधित है और फिर वीडियो बनाना।
निदेशक के मुताबिक, तीनों लड़कियों ने पीड़िता को बताया कि उनके निशाने पर कुछ और लड़कियां थीं और उसका वीडियो गलती से बना लिया। उन्होंने कहा कि तीनों लड़कियों ने कथित तौर पर उसके सामने वीडियो हटा दिया। निदेशक ने कहा कि पीड़िता ने अपने अन्य दोस्तों को घटना के बारे में बता दिया जिन्होंने प्रबंधन को मामले की सूचना दी। रश्मि ने बताया, 'हमने तीनों लड़कियों को तुरंत सस्पेंड कर दिया। पीड़िता कुछ कारणों से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को लेकर अनिच्छुक थी, लेकिन हमने पुलिस को अर्जी देकर घटना की जानकारी दी।'
रश्मि कृष्ण प्रसाद ने कहा कि हमने फॉरेंसिक जांच के लिए वीडियोग्राफी में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन भी सौंप दिए। संपर्क करने पर मालपे थाने के प्रभारी अधिकारी ने कहा कि उन्हें एक शिकायत मिली है और वे इसकी जांच कर रहे हैं। दूसरी ओर, बेंगलुरु में 21 जुलाई को यात्रा के दौरान एक महिला यात्री के साथ छेड़छाड़ के लिए बाइक टैक्सी राइडर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। सोशल मीडिया पर शहर की पुलिस को टैग कर की गई शिकायत के आधार पर हावेरी के निवासी शिवप्पा (23) को गिरफ्तार किया गया है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह मणिपुर पीड़िताओं के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थी, जिसके बाद उसने टाउन हॉल से अपने गंतव्य के लिए एक बाइक टैक्सी बुक की। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि यात्रा के दौरान रास्ते में चालक ने उसे गलत तरीके से स्पर्श किया और बाद में आरोपी व्यक्ति ने उसे (पीड़िता) व्हाट्सऐप पर टेक्स्ट संदेश भेजे और फोन किया। पुलिस के मुताबिक, शिवप्पा को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।