VIDEO: अखिलेश यादव का दावा, हर रात भगवान श्रीकृष्ण सपने में आते हैं और...
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को कहा कि समाजवाद का रास्ता ही असल में रामराज्य का रास्ता है. अखिलेश यादव ने दावा किया कि भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) हर रात उनके सपने में आते हैं और कहते हैं कि समाजवादी सरकार (Samajwadi Govt) बनने जा रही है.
सपने में अखिलेश से भगवान श्रीकृष्ण क्या कहते हैं?
अखिलेश यादव ने कहा, 'भगवान श्रीकृष्ण मेरे भी सपने में आते हैं और कल भी आए थे, रोज आते हैं और कहते हैं कि समाजवादी सरकार बनने जा रही है.' उन्होंने कहा कि बीजेपी अक्सर रामराज्य की बात करती है लेकिन असल में समाजवाद का रास्ता ही रामराज्य का रास्ता है. जिस दिन पूरी तरह से समाजवाद लागू हो जाएगा उसी दिन से रामराज्य शुरू हो जाएगा.
सपा सुप्रीमो ने सीएम योगी पर साधा निशाना
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसके ऊपर तमाम गंभीर धाराओं में मामले दर्ज थे, बीजेपी ने उसे मुख्यमंत्री बना दिया. बीजेपी के बहुत से नेता जो बुजुर्ग हैं, जो कई साल से खून पसीना बहाकर पार्टी को मजबूत कर रहे थे, वो कई बार कहते हैं कि हम तो खून पसीना बहा रहे थे, ये न जाने कहां से आए, इन्हें हमारे ऊपर बैठा दिया गया.
सीएम योगी के चुनाव लड़ने पर अखिलेश ने क्या कहा?
सीएम योगी आदित्यनाथ के विधान सभा चुनाव लड़ने पर अखिलेश यादव ने कहा कि जब वो जनता के बीच जाएंगे तो उनसे पूछा जाएगा कि रोजगार देने और किसानों की आय दोगुनी करने समेत तमाम वादे क्यों नहीं पूरे हुए? सब लोग जानते होंगे कि जब बेटा परीक्षा में पास ना हो पा रहा हो तो कई बार मां-बाप और चाचा भी जाते हैं थोड़ी नकल कराने के लिए. हमारे मुख्यमंत्री फेल हो चुके हैं. अब उन्हें कोई पास नहीं करा सकता और जो लोग उन्हें पास कराने आ रहे हैं वे भी पास नहीं करा पाएंगे.
उन्होंने सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के अपने वादे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे सबसे ज्यादा करंट बीजेपी को ही लगा है. 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देने का वादा इसलिए किया गया है क्योंकि सपा की पिछली सरकार के कार्यकाल में बिजलीघर लगाने के कई प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे जिन्हें मौजूदा बीजेपी सरकार पूरा नहीं कर पाई.