उपराष्ट्रपति नायडू ने 'इंडोर स्पोर्ट्स एरीना' और 'लैटरली' का किया उद्घाटन

Update: 2022-02-27 03:39 GMT

कर्नाटक। कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब विवाद (Hijab Row) के बीच उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने कहा कि अनावश्यक विवादों को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए और छात्र स्कूल की वर्दी द्वारा निर्देशित होने चाहिए. नायडू ने बेंगलुरु में एक निजी स्कूल में 'इंडोर स्पोर्ट्स एरीना' और 'लैटरली' का उद्घाटन करने के बाद कहा, 'कर्नाटक में जारी विवाद की तरह के अनावश्यक विवादों को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए. एक स्कूल में आप सभी स्कूल की वर्दी द्वारा निर्देशित होते हैं, चाहे वह कोई भी वर्दी हो.' विविध भारतीय संस्कृति की सुंदरता को महसूस करने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, 'विविधता में एकता, भारत की विशेषता है. अलग भाषा, अलग वेष – फिर भी अपना एक देश.'

उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को यह याद रखना चाहिए कि वे पहले भारतीय हैं. उपराष्ट्रपति ने कहा, 'चाहे कोई भी जाति, पंथ, लिंग, धर्म और क्षेत्र हो, इसके बावजूद हम सभी एक हैं. हम पहले भारतीय हैं. इसे सभी को याद रखना चाहिए. कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए.' नायडू ने यह भी कहा कि लोगों को उन भाषाओं पर गर्व महसूस करना चाहिए जो वे बोलते हैं और उसे प्रोत्साहित करना चाहिए. उन्होंने स्कूलों में पाठ्येतर गतिविधियों पर जोर देते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस पहलू पर जोर देती है.

उन्होंने सभी राज्य सरकारों और शैक्षणिक संस्थानों से खेल, पाठ्येतर गतिविधियों को प्राथमिकता देने और बच्चों में आध्यात्मिक सोच विकसित करने का भी आग्रह किया. उपराष्ट्रपति ने उपस्थित लोगों से कहा, 'आध्यात्मिकता का मतलब धर्म नहीं है. धर्म आपकी व्यक्तिगत पसंद है लेकिन हमारी संस्कृति, हमारी विरासत, हमारा धर्म (कर्तव्य) का हम सभी को अपने जीवन में पालन करना चाहिए.' नायडू के अनुसार, मूल्यों का क्षरण दुनिया में मानवता के लिए तबाही ला रहा है.

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