पशु चिकित्सक की ली जान, महिला का पति भड़का, लाश को सूखे पत्तों की मदद से जलाया

दोनों के बीच अवैध संबंध...

Update: 2024-04-11 05:52 GMT

सांकेतिक तस्वीर

पटमदा: झारखंड में 27 मार्च को पशु चिकित्सक शक्तिपद सिंह की अधजली लाश मिलने के मामले का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर लिया। इस मामले में बुधवार को तीन आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया। आरोपियों में मृतक के सहयोगी के रूप में काम करने वाले घोड़ाबांधा निवासी काशीनाथ सिंह (28) एवं उसके दो साथी घोड़ाबांधा निवासी संतोष कर्मकार (21) और जामडीह निवासी संजय महतो (23) शामिल हैं। यह पटमदा थाना क्षेत्र अंतर्गत गोबरघुसी पंचायत की घटना है।
पटमदा डीएसपी वचनदेव कुजूर ने बताया कि पश्चिम बंगाल के बांदोवान थाना क्षेत्र अंतर्गत कुंचिया निवासी एवं पेशे से पशु चिकित्सक शक्तिपद सिंह 23 मार्च से ही लापता थे। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि वह डेढ़ वर्ष से पटमदा थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में काशीनाथ सिंह के साथ पशु चिकित्सा करते थे।
रात को अक्सर वह काशीनाथ के घर पर ही खाना खाते थे और सो जाते थे। इस बीच काशीनाथ की पत्नी के साथ शक्तिपद सिंह का प्रेम-प्रसंग चलने लगा। दोनों के बीच अवैध संबंध की बात काशीनाथ को पता चल गई। 20 मार्च को काशीनाथ ने शक्तिपद को ठिकाने लगाने के बारे में ठान लिया।
घटनाक्रम के अनुसार, रात करीब 10 बजे जब काशीनाथ ने पत्नी को गायब पाया और उसकी खोजबीन करने लगा। कुछ देर बाद देखा कि नदी की तरफ से दोनों आगे-पीछे आ रहे हैं। शक मजबूत होने पर पहले शक्तिपद की पिटाई की, जिसके बाद वह भाग निकला। वहीं, घर लौटी पत्नी की पिटाई करते हुए उसे साथ नहीं रखने का फैसला सुनाया। पत्नी के माफी मांगने पर उसे माफ कर दिया, लेकिन शक्तिपद के खिलाफ उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ। दूसरे दिन दोस्तों के साथ पशु चिकित्सक की हत्या की योजना बनाई।
पुलिस के मुताबिक, 23 मार्च को संतोष कर्मकार ने पशु चिकित्सक को घर बुलाया और बहला-फुसलाकर तीनों उसे बाइक पर बैठाकर पहाड़ ले गए। इसके बाद काशीनाथ ने लकड़ी के बोटे से शक्तिपद के सिर पर प्रहार करते हुए जमीन पर गिरा दिया और तीनों ने लात घूंसे और बोटा से मारते हुए मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद साक्ष्य मिटाने के लिए लाश को सूखे पत्तों के सहारे माचिस से आग लगा दी।
वहीं, मृतक की बाइक को बोड़ाम थाना क्षेत्र के चिमटी जंगल में आग के हवाले कर दिया। आरोपियों की निशानदेही पर बाइक के पुर्जे और हत्या में प्रयुक्त लकड़ी को पुलिस ने बरामद कर लिया है। बताते हैं कि करीब 42 वर्षीय पशु चिकित्सक की पत्नी बासंती शादी के 15 साल बाद भी निसंतान है। वह घर में कम ही रहता था।
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