Bisauli बिसौली। बुखार के चलते बेटे की मौत का गम एक पिता बर्दाश्त नहीं कर सका। सुबह बेटे के शव को दफन करने के बाद शाम को पिता ने भी दम तोड़ दिया। गमगीन माहौल में दोनों के शव दफन हुए। मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा है।
कोतवाली Kotwali बिसौली क्षेत्र के गांव परौली निवासी अलाउद्दीन पुत्र भोलू शाह खेती और मजदूरी करते थे। उनकी सात बेटी और छह बेटे थे। पांचवें नंबर का बेटा मेंहदी हसन (22) काफी समय से हरियाणा में रहकर ठेला लगाकर फल बेचने का काम करता था। सात दिन पहले उसे हरियाणा में तेज बुखार आया था। वहीं से दवा ली लेकिन आराम नहीं मिला। तबियत और ज्यादा बिगड़ने लगी तो वह चार दिन पहले अपने गांव आ गया था। परिजन बिसौली के निजी चिकित्सक से उसका इलाज करा रहे थे।
मंगलवार Tuesday सुबह मेंहदी हसन की मौत हो गई। परिवार में चीत्कार मच गया। परिजनों और रिश्तेदारों ने गांव के पास उसका शव दफन किया। सभी लोग घर आ गए। अलाउद्दीन गुमसुम होकर साइड में बैठ गए। किसी से ज्यादा बात नहीं की। देर शाम अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। परिजन उन्हें चिकित्सक के पास ले जाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। परिवार में कोहराम मच गया। बेटे के बाद पिता का भी शव दफन किया गया। एक ही परिवार में एक दिन में दो मौत के बाद गांव में शोक है।