हनीट्रैप मामलें में फंसाकर करते थे वसूली, फर्जी पुलिस गैंग का भंडाफोड़
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नई दिल्ली। खुद को पुलिसकर्मी बताकर रेप का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर वसूली करने वाले गैंग का शाहदरा जिले की सीमापुरी थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है. सीमापुरी थाना पुलिस ने इस गैंग में शामिल एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों के पास से पुलिस यूनिफॉर्म, वारदात में इस्तेमाल कार और मोबाइल बरामद हुआ है. डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजौरी गार्डन निवासी सनी सुनेजा, दरभंगा लैंड निवासी मोहम्मद सफीक, आजादपुर निवासी दीपक और बुराड़ी निवासी हेमलता के तौर पर हुई है. उन्होंने ने बताया कि 29 जनवरी को शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि वह इंटरनेट सर्फिंग कर रहा था, जिसमें उसे एक वेबसाइट पर एक नंबर मिला. शिकायतकर्ता ने दिए गए नंबर पर एक महिला के साथ व्हाट्सएप पर बातचीत की, जिसने अपना नाम 'प्रिया ( बदला हुआ नाम ) बताया और खुद को मालिश प्रदाता के रूप में पेश किया और वे व्हाट्सएप दोस्त बन गए. वहीं, अगले ही दिन शिकायतकर्ता को प्रिया ने सिग्नेचर ब्रिज पर मिलने के लिए बुलाया. जब शिकायतकर्ता सिग्नेचर ब्रिज पहुंचा तो उसे डीटीसी दीपू सीमापुरी में मिलने के लिए कहा गया. शिकायतकर्ता लगभग 30 मिनट बाद वहां पहुंचा तो उपरोक्त प्रिया एक अन्य महिला के साथ आई और उसे अपने दोस्त के रूप में पेश किया.
इसके बाद अचानक दरवाजे के सामने 4-5 लोग दिखाई दिए, जिन्होंने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया, जबकि मकान मालिक और एक महिला ने खुद को एनजीओ का सदस्य बताया. वर्दी पहने व्यक्ति ने धमकी दी कि वे उसे पॉक्सो मामले में शामिल करेंगे, क्योंकि वह नाबालिग लड़की के साथ संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था . इसके बाद उन्होंने शिकायतकर्ता का फोन भी ले लिया और उसके फोन से डेटा डिलीट कर दिया. साथ ही उसकी पिटाई की और कहा कि या तो वो 10 लाख रुपये दे वरना वो उसे झूठे मामले में फंसा देंगे. शिकायतकर्ता ने जब पैसे देने से मना किया तो वर्दी पहने लोगों ने उसे पुलिस मुख्यालय ले जाने की धमकी दी और फिर उसे बाहर कार में बैठने के लिए कहा. वर्दी पहने लोग और दूसरा खुद को अपराध शाखा का अधिकारी बताकर शिकायतकर्ता को कार में ले गया और जैसे ही वे सीएनजी पंप दिल्ली रोड के सामने पहुंचे, तभी शिकायतकर्ता ने कहा कि वह पैसे की व्यवस्था करेगा. इस बीच शिकायतकर्ता की चीख सुनकर भीड़ इकट्ठा हो गई और खुद को पुलिस कर्मी बताने वाले लोगों को पकड़ लिया गया. एक पीसीआर कॉल की गई और बाद में आरोपी की पहचान सनी सुनेजा के रूप में हुई, जिसे पुलिस को सौंप दिया गया है. वहीं, जब आरोपी सनी सुनेजा से पूछताछ की गई तो उसने गैंग में शामिल बाकी सदस्यों के बार में बताया, जिससे उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया .