मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग, जिले में 30 मतदान केंद्र

Update: 2023-09-22 10:24 GMT
सिरोही। सिरोही चुनावों में प्रत्याशी अपने प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, लेकिन इस बार प्रशासन भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहा है। विधानसभा चुनावों को लेकर दावेदारों ने टिकट के लिए भाग-दौड़ शुरू कर दी है, वही जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान कराने और मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जोर-शोर से तैयारियां शुरू कर दी है। निर्वाचन विभाग की ओर से विधानसभा चुनाव 2018 और लोकसभा चुनाव चुनाव 2019 में कम मतदान वाले बूथों को चिह्नित कर वहां वोट प्रतिशत बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। प्रवासी राजस्थानियों का मतदान के प्रति रुझान कम होने से निर्वाचन कार्मिकों का उन पर विशेष फोकस है। प्रवासी मतदाताओं से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क साध कर व मैसेज कर मतदान की अपील की जा रही है।
जिले की तीनों विधानसभाओं सिरोही, पिण्डवाड़ा व रेवदर में कम मतदान प्रतिशत वाले 10-10 मतदान बूथ चिह्नित किए हैं, जहां कार्मिक स्वीप कार्यक्रम के तहत वाट्सएप ग्रुप बनाकर प्रवासी राजस्थानियों से इस बार वोट जरूर डालने के लिए अपील कर रहे हैं। साथ ही संकल्प पत्र भी भरवाए जा रहे हैं। दरअसल सिरोही जिले के बड़ी संख्या में लोग व्यवसाय-रोजगार के चलते गुजरात, मुम्बई, चेन्नई सहित बाहर निवास करते है और त्यौहारों पर ही अपने घर आते हैं। इनका मतदान के प्रति रुझान कम होने से जिले में कई बूथों पर मतदान प्रतिशत 50 फीसदी से भी कम रहता है। जहां प्रवासी राजस्थानी सर्वाधिक है और पिछले दोनों चुनावों में मतदान प्रतिशत कम रहा था, उन बूथों को चिह्नित कर वोट प्रतिशत बढ़ाने का विशेष प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए गठित टीमों ने वाट्सएप ग्रुप बनाकर उनको जोड़ा है और प्रत्येक प्रवासी से संपर्क साध कर और मैसेज कर वोट डालने की अपील कर रहे हैं, ताकि इस बार मतदान प्रतिशत में इजाफा हो।
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