नई दिल्ली: G 20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली से वियतनाम के लिए रवाना हुए. जी-20 देशों के नेताओं ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. आज G20 समिट का दूसरा दिन है. भारत आज ब्राजील को 2024 में जी20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपेगा.
भारत ने इतिहास रच दिया
दिल्ली में चल रहे G20 समिट में शनिवार को भारत ने इतिहास रच दिया. समिट के दूसरे सत्र में सदस्य देशों के बीच आम सहमति से नई दिल्ली घोषणा पत्र को मंजूरी दी गई जिसे भारत की बड़ी कूटनीतिक सफलता के तौर पर देखा जा रहा है. इसमें खास बात ये रही कि बिना नाम लिए पुतिन को नसीहत भी दी गई और मीटिंग में यूक्रेन युद्ध की चर्चा के बीच भी चीन और रूस ने सभी मुद्दों पर अपनी सहमति दे दी.
जी20 मीटिंग के दौरान नई दिल्ली घोषणापत्र में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस चर्चित बयान को भी जगह दी गई है जिसमें उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिर पुतिन से कहा था कि यह युद्ध का युग नहीं है. भारत की इसे बड़ी कूटनीतिक जीत इसलिए भी मानी जा रही है क्योंकि घोषणा पत्र में धरती, यहां के लोग, शांति, समृद्धि वाले खंड में चार बार यूक्रेन युद्ध की चर्चा की गई लेकिन रूस के नाम का एक बार भी उल्लेख नहीं किया गया फिर भी भारत ने इस पर आम सहमति बना ली. यहां यह जान लेना जरूरी है कि भारत-और रूस के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं और दोनों देशों में गहरी दोस्ती है. विषम परिस्थितियों में रूस ने कई बार भारत की मदद भी की है.