UP: दुश्मनों का खात्मा करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का होगा उत्पादन
ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सीईओ और एमडी सुधीर कुमार मिश्रा ने मंगलवार को यूपीईडा के सीईओ और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को पत्र लिखकर ब्रह्मोस मिसाइल बनाने के लिए डिफेंस कॉरिडोर में अपनी परियोजना के लिए 200 एकड़ जमीन की मांग की है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- उत्तर प्रदेश में दुश्मनों का खात्मा करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल (Brahmos Missile) का उत्पादन होगा. इसी सिलसिले में ब्रह्मोस एरोस्पेस के सीईओ सुधीर कुमार मिश्र ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. उत्तर प्रदेश जल्द ही अगली पीढ़ी की अत्याधुनिक 'ब्रह्मोस मिसाइल' का निर्माण शुरू कर सकता है.ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सीईओ और एमडी सुधीर कुमार मिश्रा ने मंगलवार को यूपीईडा के सीईओ और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी को पत्र लिखकर ब्रह्मोस मिसाइल बनाने के लिए डिफेंस कॉरिडोर में अपनी परियोजना के लिए 200 एकड़ जमीन की मांग की है.
यूपी डिफेंस इंडस्ट्रीयल कॉरिडोर के तहत नेक्स्ट जेनरेशन मिसाइल के उत्पादन की योजना लखनऊ में है. रक्षामंत्री और लखनऊ के सांसद की पहल के बाद ब्रह्मोस मिसाइल बनाने के लिए लखनऊ को चुना गया है.
रूस के साथ मिलकर बनाई जाती है ब्रह्मोस
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल दुनिया की एकमात्र अनूठी, सटीक और अत्याधुनिक क्रूज मिसाइल है. मिसाइल को ब्रह्मोस एयरोस्पेस, डीआरडीओ, भारत सरकार और एनपीओएम, रूस सरकार के एक संयुक्त उद्यम द्वारा डिजाइन, विकसित और निर्मित किया गया है. यह रूस की पी-800 ओनिक्स क्रूज मिसाइल की तकनीक पर आधारित है.
500 लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मिसाइल बनाने के लिए आवंटित की जाने वाली जमीन पर 300 करोड़ रुपये का निवेश कर बनने वाले ब्रह्मोस उत्पादन केंद्र में करीब 500 इंजीनियरों और तकनीकी लोगों को डायरेक्ट एंप्लॉयमेंट मिलेगा. इसके अलावा लगभग 5,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा और 10,000 लोगों को उत्पादन केंद्र के माध्यम से काम मिलेगा.
अगले तीन वर्षों में 100 से अधिक ब्रह्मोस मिसाइल बनाने की योजना है. बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी 2018 में इन्वेस्टर समिट के दौरान यूपी में एक डिफेंस कॉरिडोर के निर्माण की घोषणा की थी.