यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया पथराव, बिजली विभाग के अफसरों ने भागकर बचाई जान

वाराणसी। वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में प्रस्तावित 220 केवी उपकेंद्र के लिए भूमि पैमाइश करने शुक्रवार को पहुंचे बिजली अफसरों को छात्रों ने खदेड़ दिया। उनपर पथराव भी किया। हालांकि कोई चोटिल नहीं हुआ। छात्रों ने मजदूरों से टेप और मॉर्किंग रॉड छीन ली। स्थिति को भांपकर अफसर मौके से भाग निकले। छात्रों …

Update: 2024-02-02 20:21 GMT

वाराणसी। वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में प्रस्तावित 220 केवी उपकेंद्र के लिए भूमि पैमाइश करने शुक्रवार को पहुंचे बिजली अफसरों को छात्रों ने खदेड़ दिया। उनपर पथराव भी किया। हालांकि कोई चोटिल नहीं हुआ। छात्रों ने मजदूरों से टेप और मॉर्किंग रॉड छीन ली। स्थिति को भांपकर अफसर मौके से भाग निकले। छात्रों ने वीसी कार्यालय के सामने विवि प्रशासन व बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।

सुबह करीब 11 बजे बिजली विभाग की टीम ट्रांसमिशन के अधिशासी अभियंता इंद्रभान सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय पहुंची। टीम में सिविल विभाग के एसडीओ विजय प्रकाश, एसडीओ मुकेश कुमार, जेई घनश्याम भारती और रामाशीष कुमार थे। इनके साथ लेखपाल, कानूनगो और ठेकेदार भी थे। उपकेंद्र निर्माण में सहयोग के लिए गठित विवि की समिति के न्याय वैशेषिक विभाग के प्रो. राजनाथ आचार्य, गिरीश कुमार श्रीवास्तव और अभियंता रामविजय सिंह वहां पहले से मौजूद थे। नापी के दौरान नायब तहसीलदार को भी उपस्थित रहना था। हालांकि वह नहीं पहुंचे थे।

लेखपाल और कानूनगो ने जमीन की पैमाइश शुरू की। इस दौरान एक छात्र पहुंचा और अधिकारियों से बातचीत कर लौट गया। थोड़ी देर बाद बड़ी संख्या में विद्यार्थी पहुंचे और मजदूरों से टेप और मॉर्किंग रॉड छीन ली। उनसे धक्का-मुक्की की। नारेबाजी करते हुए अधिकारियों को दौड़ा लिया। इस दौरान पथराव भी किया। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए अफसर मौके से हट गए। वहां से छात्रों का समूह कुलपति कार्यालय के सामने पहुंचकर उपकेंद्र निर्माण के विरोध में नारेबाजी करने लगा।

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