गाजियाबाद. गाजियाबाद (ghaziabad) के लोनी में किसानों ने जमीन के मुआवजे में वृद्धि समेत तीन कृषि कानूनों (three agricultural laws) के विरोध में भू समाधि प्रदर्शन किया. बुधवार को छह गांव के किसानों ने पूर्व की घोषणा के चलते किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में धरनास्थल आवास विकास कार्यालय के सामने जिंदा भू समाधि लेकर विरोध जताया. किसानों के इस विरोध प्रदर्शन को लेकर प्रशासन तनाव में दिखा. अधिकारियों ने किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन किसान पहले से खोदे गए गड्ढों में जाकर लेट गए.
जानकारी के मुताबिक बुधवार को मंडोला समेत छह गांव के 17 किसानों ने किसान नेता मनवीर तेवतिया के नेतृत्व में धरनास्थल आवास विकास कार्यालय के सामने पहुंचे और वहां भू समाधि लेकर विरोध की मुद्रा में लेट गए. इस आंदोलन के केंद्र में लगभग 270 एकड़ जमीन है, जिसे यूपी हाउसिंग बोर्ड ने मंडोला विहार हाउसिंग स्कीम के तहत किसानों से अधिग्रहित किया था. किसानों ने 10 दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एसडीएम लोनी शुभांगी शुक्ला को ज्ञापन सौंपकर किसानों की मांग पूरी करने की चेतावनी दी थी.
इसको लेकर किसानों ने प्रशासन को 14 सितंबर तक का समय दिया था. मंगलवार को अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास ने हिंडन एयरफोर्स पुलिस चौकी पर किसान प्रतिनिधियों के साथ वार्ता कर समाधि न लेने को लेकर बात की थी, लेकिन वार्ता में संतोषजनक समाधान नहीं निकलने पर किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों का प्रस्ताव ठुकरा दिया था. किसान नेता नीरज त्यागी का कहना है कि करीब 5 साल से कई बार वार्ता हुई है लेकिन किसानों का समाधान नहीं हुआ है. समाधि लेने के दौरान पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची.