शिक्षक का अनोखा ज्ञान: बच्चों को कहा- मंदिर मत जाया करो, भगवान नहीं होता...अब बिगड़ा माहौल
जानिए फिर क्या हुआ
बैतूल के बोरगांव में सरकारी स्कूल के एक टीचर ने बच्चों को ऐसा पाठ पढ़ाने का प्रयास किया कि अभिभावक नाराज हो गए. साथ ही शिक्षा विभाग ने भी टीचर की क्लास लगा दी. शिक्षक ने बच्चों की कलाइयों पर बंधे कलावे (रक्षा सूत्र) काटकर फेंक दिए और उन्हें मंदिर ना जाने, ईश्वर के अस्तित्व को नहीं मानने का पाठ पढ़ाया. जब गांव में यह खबर फैली तो नाराज ग्रामीण स्कूल पहुंच गए. मौके की नजाकत को भांप शिक्षक वहां से भाग निकला.
अभिभावकों ने टीचर की शिकायत शिक्षा विभाग से की. विभाग ने उसके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार कर लिया है. इस पूरे मामले में जब स्कूली बच्चों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टीचर ने हमारे रक्षा सूत्र काट दिए. उन्होंने कहा मंदिर मत जाया करो, कोई भगवान नहीं होते हैं. माथे पर टीका मत लगा कर आया करो. आरोपी शिक्षक ने अपने किए के बचाव में अजीब तर्क दिया है. उसका कहना है कि उसने इसलिए कलावे कटवाए ताकि सभी बच्चों को समान शिक्षा दे सके. बच्चों में इससे भेदभाव नहीं पैदा होगा. शिक्षक ने एक तर्क यह भी दिया कि बच्चों के धागा बांधने से हाथ पर गठान पड़ जाती है.
इस मामले की भनक लगते है हिंदू परिषद के अध्यक्ष राजू गवहाड़े स्कूल परिसर में पहुंच गए. उन्होंने कहा कि बच्चों ने बताया है कि यहां भगवान के बारे में गलत शिक्षा दी जा रही है. ऐसे शिक्षक स्कूल में पढ़ाने आ रहे हैं या धर्म परिवर्तन कराने? आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई होनी चाहिए और उसे तुरंत सस्पेंड करना चाहिए. क्योंकि इस शिक्षक की वजह से गांव का माहौल बिगड़ रहा है. स्कूल शिक्षा परियोजना अधिकारी ने शिक्षक को हटाने और जांच का भरोसा दिया है.