केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री का बयान, मेरे बस में होता तो...पढ़ें बड़ी बातें
दावोस: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने फ्यूल के दामों में कटौती पर सोमवार को बयान दिया और सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्रेडिट दिया. पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री आम आदमी की चिंता करते हैं. ये फैसला आम आदमी को ध्यान में रखकर लिया है. कीमतों में वृद्धि के बावजूद पेट्रोल और डीजल की खपत पिछले वर्षों की तुलना में कहीं ज्यादा है. कुछ लोग राजनीतिक तौर पर फैसलों को देखते हैं. ये गलत है.
केंद्रीय मंत्री ने आए दिन बढ़ रहे फ्यूल के दामों पर कहा कि अगर मेरे पास कोई रास्ता होता तो तुम्हारे और मेरे समेत हर घर के पीछे एक तेल का कुआं होता. उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर तंज कसा और कहा- कुछ राज्यों ने फ्यूल के बजाय शराब पर टैक्स कम करने का ऑप्शन चुना. उम्मीद है कि गैर-बीजेपी शासित राज्य भी आम आदमी को राहत देंगे.
पुरी ने दिल्ली में वैट की कटौती पर भी बयान दिया और कहा कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल से बात की थी. उनसे कहा था कि अगर आप फ्यूल की कीमतों में कटौती नहीं करते हैं तो इससे आपको नुकसान होगा. यही हुआ भी. दिल्ली में डिमांड 15% तक गिर गई तो उन्हें कीमतों में कटौती करने के लिए मजबूर होना पड़ा. पुरी ने कहा कि उन्होंने पहले कटौती नहीं की, क्योंकि दिल्ली सरकार को तो विज्ञापनों पर पैसे खर्च करने की जरूरत है.
केंद्रीय मंत्री पुरी ने फ्यूल की कीमतों पर सरकार के नियंत्रण पर भी स्थिति साफ की. उन्होंने कहा कि OMCs सरकारी कंपनियां नहीं, बल्कि जिम्मेदार कॉर्पोरेट सिटीजन्स हैं. CMD हर सुबह मुझे यह पूछने के लिए नहीं बुलाते कि क्या कीमतों में बढ़ोतरी की जानी है. वे खुद रेट तय करने की पॉजिशन में हैं. उन्होंने कहा कि अगर मेरे पास कोई रास्ता होता तो तुम्हारे और मेरे समेत हर घर के पीछे एक तेल का कुआं होता.
उन्होंने कहा कि भारत की वैक्सीन नीति पर पूरी दुनिया प्रशंसा कर रही है. इसके साथ ही थोड़ी द्वेषभावना भी है. IFS विवाद पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आपको एक परीक्षा देनी होगी और उसे पास करना होगा, तभी आप IFS ऑफिसर बन सकते हैं.