किसान आंदोलन पर बोलीं केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी- वे किसान नहीं, मवाली हैं
किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच कृषी मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने फिर बातचीत के जरिए समाधान निकालने पर जो दिया है. उनकी तरफ से कहा गया है कि सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है. वहीं विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने किसानों पर तल्ख टिप्पणी करते हुए उन्हें मवाली बता दिया है. उनकी तरफ से कहा गया है किसान सिर्फ बिचौलियों की मदद कर रहे हैं.
पेगासस विवाद पर भी मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इस विवाद के जरिए फेक नरेटिव बनाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि ये स्टोरी एकदम फेक है. येलो पेज पर एक लिस्ट बना ली गई है और उसके जरिए संसद को बाधित किया जा रहा है. एमनेस्टी ने पहले ही इस लिस्ट से पल्ला झाड़ा लिया है और NSO पर अपनी बात रख चुका है. ऐसे में अब इस विरोध के जरिए सिर्फ भारत को बदनाम किया जा रहा है और लोकतंत्र के तमाम स्तंभो को बर्बाद करने की कवायद हो रही है.
वहीं विदेश राज्य मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत सरकार अपने लोगों के डाटा प्रोटेक्शन को लेकर संवेदनशील है और किसी भी कीमत पर उसके साथ समझौता नहीं किया जाएगा. उनकी तरफ से स्पष्ट कर दिया है कि पैगासस विवाद के जरिए जनता के मुद्दों को नजरअंदाज करने का प्रयास किया जा रहा है. गुरुवार को संसद में टीएमसी सांसद शांतनु सेन की हरकत पर भी मीनाषी लेखी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ पेपर छीनने पर मीनाषी ने तल्ख अंदाज में कहा है कि टीएमसी के झूठे नरेटिव का पर्दाफाश हो गया है.