केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने पत्र लिखकर कोरोना वायरस की स्थिति में कुछ सावधानी बरतने के निर्देश दिए
कोरोना वायरस की स्थिति ठीक है और मरीजों का ग्राफ बहुत कम है, लेकिन पड़ोसी देश चीन और यूरोप के कुछ देशों में स्थिति चिंताजनक होती जा रही है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बेशक भारत में अभी कोरोना वायरस की स्थिति ठीक है और मरीजों का ग्राफ बहुत कम है, लेकिन पड़ोसी देश चीन और यूरोप के कुछ देशों में स्थिति चिंताजनक होती जा रही है. यहां पिछले कुछ हफ्ते में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ें हैं. ऐसे में भारत में भी इसे लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं. खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों, सचिवों (स्वास्थ्य) को पत्र लिखकर कुछ सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.
ये दिए हैं सुझाव
राजेश भूषण ने अपने पत्र के जरिए सभी से कहा है कि हर जगह पांच स्तरीय रणनीति यानी टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण और कोविड नियमों के पालन पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा है कि सभी संबंधित अधिकारियों और विभागों को इन पाचों पॉइंट पर ठीक से काम करने की जरूरत है. डॉक्टर भी नए ख्तरे को देखते हुए लोगों से सावधानी बरतने की बात कह रहे हैं.
इन देशों में बुरा हाल
कोरोना ने चीन का हाल एक बार फिर बेहाल कर दिया है. पिछले कुछ हफ्तों से चीन में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ मरीज मिल रहे हैं. 14 मार्च को चीन में 3602 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, जो फरवरी 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है. 20 फरवरी के बाद से चीन में रोज केस बढ़ रहे हैं. अगर पिछले 5 दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो वहां हर दिन 1000 से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं. चीन में पूरे 2021 में 15,248 कोरोना केस मिले थे, जबकि 2022 के 3 महीने में ही संक्रमितों का आंकड़ा 23 हजार से ज्यादा हो चुका है. वहीं यूके और जर्मनी में भी कोरोना के केस बढ़े हैं.