केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गुजरात के अंकलेश्वर में 'कोवैक्सिन' विनिर्माण सुविधा को मंजूरी दी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को जानकारी दी कि सरकार ने गुजरात के अंकलेश्वर में भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के उत्पादन के लिए एक वैक्सीन निर्माण सुविधा को मंजूरी दे दी है।
नई दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को जानकारी दी कि सरकार ने गुजरात के अंकलेश्वर में भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के उत्पादन के लिए एक वैक्सीन निर्माण सुविधा को मंजूरी दे दी है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक भारत में स्वदेशी रूप से एक वैक्सीन विकसित करने और बड़े पैमाने पर इसका निर्माण करने वाली एकमात्र कंपनी है। टीके के परीक्षणों पर 10 वैज्ञानिक प्रकाशनों के साथ, इसको 15 महीनों में पूरा किया गया।
रसायन और उर्वरक और स्वास्थ्य मंत्रालय दोनों का नेतृत्व करने वाले मंत्री ने उल्लेख करते हुए कहा, 'सबको वैक्सीन मुफ्त वैक्सीन के पीएम नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के बाद, इससे वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ेगी और दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन अभियान में तेजी आएगी।' इस साल मई में, भारत बायोटेक ने घोषणा की थी कि वह अपनी सहायक कंपनी अंकलेश्वर स्थित सुविधा में कोवैक्सीन की अतिरिक्त 20 करोड़ खुराक का उत्पादन करने की योजना बना रही है।
सरकार ने कहा है कि कोविशील्ड की मासिक वैक्सीन उत्पादन क्षमता 11 करोड़ खुराक से बढ़ाकर 12 करोड़ खुराक प्रति माह और कोवैक्सिन की 2.5 करोड़ खुराक से बढ़ाकर लगभग 5.8 करोड़ करने की योजना है। 16 जनवरी से 5 अगस्त तक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा कोविशील्ड की 44.42 करोड़ खुराक और भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सिन की 6.82 करोड़ खुराक राष्ट्रीय COVID-19 टीकाकरण कार्यक्रम के लिए आपूर्ति की गई थी।
भारत बायोटेक के अनुसार, Covaxin ने COVID-19 के खिलाफ 77.8 फीसद प्रभावशीलता और B.1.617.2 डेल्टा संस्करण के खिलाफ 65.2 फीसद सुरक्षा प्रदान करने का दावा किया है। भारत में COVID-19 के खिलाफ टीकाकरण कार्यक्रम जनवरी में दो टीकों के साथ शुरू हुआ था इनमें- एडेनोवायरस वेक्टर प्लेटफॉर्म-आधारित वैक्सीन कोविशील्ड और Covaxin हैं। भारत में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 28 हजार 204 नए मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों में नए मामले और मौतें घटी हैं, तो रिकवरी दर बढ़ी है।