कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के चिंगरीघाटा मोड़ पर लाल रंग की बेकाबू कार ने पैदल चलने वालों को टक्कर मार दी. इस टक्कर में तीन दूसरी गाड़ियों को नुकसान पहुंचा और आठ पैदल यात्री घायल हो गये हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. छह को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गयी. उनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. कोलकाता पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरुवार दोपहर करीब एक बजे लाल रंग की कार निको पार्क से बाइपास की ओर आ रही थी. बाइपास पहुंचने से पहले ही कार राहगीरों को टक्कर मारते आ रही थी.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार घबराए राहगीर सड़क पर भागने लगे. पुलिस ने कार को रोकने के लिए कई तरह के प्रयास किए गये, लेकिन नाकाम रही. बाइपास पर पहुंचने के बाद पुलिस ने गार्ड रेल फेंककर कार को रोकने का भरसक प्रयास किया. गार्ड रेल मुड़ने के बाद कार रुक गई.
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार कार निको पार्क से चिंगरीहाटा की ओर जा रही थी. शुरुआत में चालक ने सिग्नल नहीं माना. एक सिविक वोलेंटियर ने हाथ दिखाकर गाड़ी रोकने की कोशिश की, लेकिन लाल रंग की कार के चालक ने सिविक वोलेंटियर को टक्कर मार दी और आगे बढ़ गयी. तब सिविक वोलेंटियर ने बाकी ट्रैफिक पुलिस को सूचित किया और उन्हें कार रोकने के लिए कहा. चालक ने बचने के लिए रफ्तार बढ़ा दी और एक टाटा सूमो को टक्कर मार दी. इससे बीच, सड़क पर टाटा सूमो पलट गयी. तभी कार ने साइकिल सवार महिला राहगीर को टक्कर मार दी और फिर दूसरी कार को टक्कर मारी.
बाद में गार्ड रेल के पास गाड़ी रूकी. इस बीच, टक्कर से 8 लोग घायल हो गए थे. उन्हें तुरंत स्पताल में भर्ती कराया गया. 2 लोगों की हालत गंभीर है. डीसी ट्रैफिक इंद्राणी दत्ता ने कहा, चिंगरीहाटा एक ऐसी जगह है, जहां विधाननगर पुलिस और कोलकाता पुलिस द्वारा कड़ी निगरानी की जाती है. चिंगरीहाटा में अब हादसों की संख्या काफी कम हो गई है, लेकिन ऐसा क्यों हुआ? इसकी जांच की जा रही है. बता दें कि चिंगरीहाटा एक बहुत ही दुर्घटना प्रवण क्षेत्र है. पिछले कुछ महीनों में यहां कई हादसे हो चुके हैं. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि यह शख्स इतनी लापरवाही से गाड़ी क्यों चला रहा था.