भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत में एक पत्थर ने काफी बवाल खड़ा कर दिया है. वहीं अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने पत्थरबाजी को लेकर सफाई दी है. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) को पत्र भेजकर मामले पर स्पष्टीकरण दिया है.
उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज को संबोधित अपने पत्र में लिखा है कि बरखेड़ा पठानी में शराब की दुकान पर पत्थरबाजी कर उन्होंने कोई शराबबंदी आंदोलन की शुरुआत नहीं की है बल्कि हकीकत ये है कि वह दुकान न केवल अवैध रूप से संचालिय हो रही है बल्कि उस दुकान पर आने वाले लोग महिलाओं को लज्जित करते हैं. महिलाएं के सम्मान के लिए ही पत्थर मारा गया था.
उमा भारती ने अपने पत्र में लिखा है कि, " मेरा मानना है कि नशे के लिए जागरुरता के लिए समाज पहल करे और सरकार उसका साथ दे तथा शराबबंदी में सरकार पहल करे एवं समाज सरकार का साथ दे. क्योंकि शराब की दुकानें सरकार की सहमति से खुलती हैं इसलिए शराबबंदी सरकार की ओर से एवं नशामुक्ति शराबमुक्ति के लिए अभियान समाज की ओर से होना चाहिए." उमा भारती ने आगे लिखा है," गंगा यात्रा से वापसी के बाद मैंने जब आपसे मिलने का समय मांगा तो मेरा सम्मान रखते हुए आप स्वयं मेरे घर आये तथा हमने इस संदर्भ में बात भी की. आपने सुझाया कि नशा एवं शराबमुक्ति के लिए सामाजिक अभियान चले तथा सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी."
वहीं पूरे वाक्ये का जिक्र करते हुए उमा भारती ने लिखा है," मैं 13 मार्च 2022 को महिलाएं के आग्रह पर भोपाल के बरखेड़ा पठानी के आजाद नगर में शराब की दुकान एवं अहाता देखने के लिए गई थी. वहां महिलाओं से जानकारी मिली की यह मजदूरों की बस्ती है. यहां मंदिर और स्कूल हैं. वह तीन साल से शराब की दुकानों को बंद कराने के लिए धरने , प्रदर्शन कर रही हैं प्रशासन आश्वासन भी देता है लेकिन यह दुकानें बंद नहीं होती हैं. मैं उस दुकान से ये कहते हुए जैसे ही वापस मुड़ी कि मैं शासन से इस बारे में बात करूंगी कि अचानक कुछ महिलाओं ने रोते हुए मुझे बताया कि यहां शराब पीकर शराब की दुकान के पीछे के रहवासी परिवारों की स्त्रियों एवं बच्चियों को लज्जित करते हैं.
उमा भारती ने आगे लिखा है, " मैं एक महिला हूं और रोती हुई महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए मैंने पूरी ताकत से एक पत्थर शराब की बोतलों में मारा क्योंकि वह दुकानें मियम विरुद्ध जगहों पर थी. वह पत्थर जो मैंने मारा है वह प्रदेश की स्त्रियों एवं बच्चियों के सम्मान के लिए हुआ है.
वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से केके मिश्रा ने सवाल खड़े करते हुए सरकार से पूछा है कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के खिलाफ पत्थर बाजी करने पर कानूनी कार्रवाई होगी. उन्होंने पत्थरबाजी के खिलाफ प्रदेश में कड़े कानून का हवाला भी दिया.