यूक्रेन-रूस युद्ध: वैश्विक कूटनीति का केंद्र बना भारत, War का करेगा End Game! गहमागहमी तेज
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच 35 दिन से जंग जारी है. जहां अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के तमाम देश यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर तमाम प्रतिबंध लगा रहा है. वहीं, चीन ने रूस का खुला समर्थन किया. इन सबके बीच भारत अभी भी अपनी तटस्थ भूमिका में बना हुआ है. इन सबके बीच अगले कुछ दिन तक भारत की राजधानी दिल्ली में यूक्रेन मुद्दे पर गहमागहमी बनी रहने वाली है. दरअसल, अमेरिका के डिप्टी NSA, ब्रिटेन और रूस के विदेश मंत्री अगले कुछ दिन में भारत का दौरा करेंगे, माना जा रहा है कि इन सभी दौरों में बातचीत का मुख्य मुद्दा युक्रेन रह सकता है.
अमेरिकी डिप्टी एनएसए दलीप सिंह दोनों देशों के बीच 2+2 वार्ता से पहले भारत आएंगे. वे 30-31 मार्च को भारत दौरे पर रहेंगे. यूएस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली हॉर्न ने बताया कि अमेरिका के डिप्टी एनएसए दलीप सिंह यूएस-भारत आर्थिक संबंधों और रणनीतिक साझेदारी में कई मुद्दों को आगे बढ़ाने के लिए 30-31 मार्च को भारत का दौरा करेंगे. दलीप सिंह की रूस पर लगाए जा रहे अमेरिका के प्रतिबंधों में अहम भूमिका रही है. दलीप सिंह अपने दौरे पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. यूक्रेन और रूस में जारी युद्ध के बीच अमेरिकी डिप्टी एनएसए दलीप सिंह का ये दौरा हो रहा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दलीप सिंह अपने दौरे के दौरान रूस पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों के पैमाने और दायरों के बारे में भारत को जानकारी देंगे.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत दौरे पर आ रहे हैं. लावरोव 31 मार्च से 1 अप्रैल तक दिल्ली दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे. इस दौरान भारत द्वारा रूस से तेल और सैन्य उपकरण की खरीद के लिए भुगतान प्रणाली पर चर्चा होने की उम्मीद है. रूसी विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब यूक्रेन में जंग जारी है. इसलिए पूरी दुनिया की निगाहें इस बैठक पर रहने वाली है. खास बात यह है कि कुछ दिन पहले ही चीन के विदेश मंत्री भारत का दौरा कर चुके हैं.
ब्रिटेन की विदेश सचिव एलिजाबेथ ट्रस 31 मार्च को भारत दौरे पर आ रही हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया कि एलिजाबेथ ट्रस विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगी. इस दौरान दोनों देशों के बीच आपसी हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी.
मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एब्रार्ड कैसाबोन अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं. बुधवार सुबह नई दिल्ली एयरपोर्ट पर मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो एब्रार्ड कैसाबोन का जोरदार स्वागत हुआ. मेक्सिको के विदेश मंत्री के रूप में कैसाबोन की यह पहली भारत यात्रा है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि कैसाबोन और विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करेंगे और वार्ता के दौरान पारस्परिक हित के अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. वर्तमान में, मेक्सिको लैटिन अमेरिका में भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है और यह 2021-22 की अवधि के लिए भारत के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य है. मेक्सिको के विदेश मंत्री की भारत यात्रा पिछले साल सितंबर में जयशंकर की मेक्सिको की यात्रा के बाद होगी. मेक्सिको के विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है.
रूस और यूक्रेन की जंग में मध्यस्थता कर रहे इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की भारत यात्रा टल गई है. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बेनेट ने दौरा टालने का फैसला किया है. बेनेट भारत-इजराइल संबंधों की 30वीं सालगिरह पर भारत आ रहे थे. 3 से 5 अप्रैल के बीच उनका दौरा प्लान किया गया था. कोरोना से ठीक होने के बाद बेनेट कब भारत की यात्रा करेंगे, फिलहाल इसका ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही उनके दौरे की नई तारीखें सामने आ सकती हैं.
यूक्रेन और रूस में युद्ध के बीच भारत में पिछले कुछ हफ्तों से कई विदेश मंत्रियों ने भारत की यात्रा की है. इससे पहले ऑस्ट्रिया और ग्रीस के विदेश मंत्रियों ने भारत दौरा किया था. वहीं, अमेरिका की राजनीतिक मामलों की उप विदेश मंत्री विक्टोरिया नुलांड भी इसी महीने भारत दौरे पर आई थीं. उधर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी 25 मार्च को भारत दौरे पर आए थे.