यूक्रेन संकट: विपक्ष के नेताओं के साथ एस. जयशंकर की बैठक, शशि थरूर हुए विदेश मंत्री के मुरीद
जानें किसने क्या कहा?
Consultative Committee of Parliament on External Affairs: विदेश मंत्रालय को सलाह देनेवाली समिति की गुरुवार को बैठक हुई. इस दौरान यूक्रेन की स्थिति और वहां पर फंसे भारतीयों को निकालने के प्रयासों पर व्यापक चर्चा हुई. बैठक के बाद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन की ताजा स्थिति को लेकर विदेश मंत्रालय की सलाह देनेवाली समिति की बैठक तुरत खत्म हुई है. उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से वापस लाने के लिए समर्थन में कड़ा और एक राय से संदेश दिया गया.
तो वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने इस बैठक को बेहतर बताया. उन्होंने कहा कि मेरा विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके सहयोगियों को धन्यवाद है, जिन्होंने विस्तार से ब्रीफिंग की और हमारी चिंताओं और सवालों का जवाब दिया. उन्होंने आगे कहा कि यही वो इच्छाशक्ति है, जिसके जिसके बिना पर विदेश नीति चलनी चाहिए.
गौरतलब है कि हर परामर्शदात्री समिति का अध्यक्ष संबंधित मंत्रालय का मंत्री होता है. इस समिति का गठन संसदीय कार्य मंत्रालय करता है न कि लोकसभा या राज्यसभा. इसमें लोकसभा के सदस्य है- अनिल फिरोजिया, भगवंत मान, भोला सिंह (परमानेंट स्पेशल इनवाइटी), किरन खेर, डॉक्टर एमपी अब्दुसमद समदानी, राहुल गांधी, राजदीप रॉय, सजदा अहमद, शशि थरूर, सुमनलात अंबरीश और वेंकट सत्यवती बीसेठी. इसके साथ ही, राज्यसभा के सदस्य हैं- आनंद शर्मा, जीसी चंद्रशेखर, जीवीएल नरसिम्हा राव, महेश जेठमलानी, नरेन्द्र जाधव, प्रेमचंद गुप्ता, प्रियंका चतुर्वेदी, एस.आर. बालसुब्रमण्यम, सस्मित पात्रा और सुजीत कुमार.
दूसरी तरफ, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच आज क्वॉड देशों की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी. यह बैठक वर्चुअल होगी और इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. भारत के अलावा इस बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी शामिल होंगे. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और जापान के राष्ट्र अध्यक्ष भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में जुड़ेंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक में रूस-यूक्रेन मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है.
भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि क्वॉड लीडर्स मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन और जापानी पीएम फुमियो किशिदा भी शामिल होंगे. बैठक वर्चुअल तरीके से होगी.
विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस बैठक में हिंद-प्रशांत में महत्वपूर्ण विकास के बारे में चर्चा की जाएगी. इसके अलावा क्वॉड लीडर्स क्वॉड के समकालीन और सकारात्मक एजेंडे के हिस्से के रूप में घोषित लीडर्स की पहल को लागू करने के लिए चल रहे प्रयासों की भी समीक्षा करेंगे. हालांकि विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि नहीं की है, लेकिन चर्चा है कि इस बैठक में रूस-यूक्रेन संकट पर भी चर्चा हो सकती है.