यूक्रेन संकट: पीएम मोदी की ताकत से घबराए बाइडेन, की ये कोशिश

Update: 2022-03-18 04:45 GMT

वाशिंगटन: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच अमेरिका लगातार भारत का समर्थन पाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, बाइडेन प्रशासन भारत के खिलाफ खुलकर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है। आपको बता दें कि भारत का स्टैंड काफी संतुलित रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार दोनों देशों को बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की अपील की है।

इस बीच कांग्रेस सदस्य रो खन्ना और जो विल्सन ने अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ बातचीत के दौरान भारत से ''यूक्रेन में नागरिकों को पुतिन द्वारा निशाना बनाए जाने के खिलाफ बोलने" का आग्रह किया।
डेमोक्रेटिक पार्टी के रो खन्ना ने एक ट्वीट में कहा, "भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ बातचीत भारत से यूक्रेन में नागरिकों को पुतिन के टारगेट के खिलाफ बोलने का आग्रह किया।"
रिपब्लिकन पार्टी के जो विल्सन ने रो खन्ना के ट्वीट का हवाला देते हुए कहा, "अमेरिका में भारत के राजदूत के साथ एक द्विदलीय कॉल में मेरे सहयोगी के साथ शामिल होने के लिए आभारी हूं। दुनिया के नेता यूक्रेन में पुतिन द्वारा किए जा रहे अत्याचारों की निंदा करें। यह महत्वपूर्ण है।"
यूक्रेन में रूसी कार्रवाइयों के खिलाफ अमेरिकी प्रशासन द्वारा बयानबाजी में वृद्धि के बीच यह बात कही गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को "युद्ध अपराधी" कहा। साथ ही उन्हें "कातिल तानाशाह" और "शातिर ठग" भी कहा।
राजदूत संधू ने एक ट्वीट में कहा, "भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों पर कांग्रेस के प्रतिनिधि स्टीव चाबोट रेप जो विल्सन और रेप रो खन्ना के साथ बातचीत में शामिल हुए। साथ ही मौजूदा वैश्विक विकास पर भारत की स्थिति के बारे में भी बताया।"
इससे पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में यूक्रेन में शत्रुता को पूरी तरह से समाप्त करने के अपने पहले के आह्वान को दोहराया था। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, "हम पूरे यूक्रेन में शत्रुता को तत्काल समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराते हैं। हमारे प्रधानमंत्री ने कई मौकों पर इसे दोहराया है और तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है और इस बात पर जोर दिया है कि बातचीत और कूटनीति के अलावा कोई विकल्प नहीं है।"
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