अच्छी बारिश की कामना और रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए जिले में मनायी उज्जैयनी
प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ जिले में अच्छी बारिश की कामना और रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए बुधवार को उज्जैयनी मनाई जा रही है। व्यापारिक एवं सामाजिक संगठनों की ओर से स्वैच्छिक बंद का ऐलान किया गया है। बंद के इस ऐलान के बाद शहर के बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। उज्जैनी मनाने के लिए लोग शहर से बाहर निकल रहे हैं। बंद से आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया है। गौरतलब है कि जिले में इस बार औसत की मात्रा 5३ प्रतिशत बरसात हुई है। बीते 20 दिनों से बरसात का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरे मुरझाने लगे हैं। खेतों में खड़ी फैसले सूखने लगी है। व्यापार व्यवसाय भी प्रभावित होने लगा है। ऐसे में रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए लोग तरह.तरह के जतन कर रहे हैं। अच्छी बारिश की कामना को लेकर कहीं हवन पूजन तो कहीं पदयात्राएं भी निकल जा रही है। प्रतापगढ़ में भी इंद्रदेव को मनाने के लिए व्यापारिक संगठनों और समाजसेवी संगठनों की ओर से उज्जैनी मनाई जा रही है। इसके तहत प्रतापगढ़ बंद का ऐलान किया गया है। स्वैच्छिक बंद के तहत सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद है। बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। आवाजाही काफी कम है।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से कट्स मानव विकास केंद्र के माध्यम से गठित मरमी मातेश्वरी किसान उत्पादक संगठन के कार्यालय का शुभारंभ नेहरू युवा मंडल मरमी परिसर में किया गया। इस अवसर पर किसानों की संगोष्ठी को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के सहायक महाप्रबंधक महेंद्र कुमार डूडी ने बताया कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए किसानों को खाद, बीज उपलब्ध कराने किसानों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने और उत्पादन का उचित मूल्य दिलवाने के उद्देश्य से मरमी मातेश्वरी किसान उत्पादक संगठन का शुभारंभ होने से क्षेत्र में किसानों को खेती बाड़ी में अपनी आय बढ़ाने के अवसर प्राप्त होंगे। सीताफल उत्कृष्ट केंद्र के उपनिदेशक राजाराम सुखवाल ने किसनों की आय बढ़ाने के लिए उन्नत और तकनीकी आधारित खेती को अपनाने की जरूरत बताई। कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक रतनलाल सोलंकी ने वर्मी कंपोस्ट वेस्ट डी कंपोजर बनाने की विधि भी बताई।