मुंबई(आईएएनएस)| राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) पर तीन दिनों जारी नेतृत्व संकट पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह कांग्रेस सहित तीन दलों के गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को प्रभावित नहीं करेगा। मीडियाकर्मियों से संक्षिप्त बातचीत के दौरान ठाकरे ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि इसका एमवीए पर कोई प्रभाव पड़ेगा.. यहां तक कि मेरी तरफ से भी हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे, जिससे गठबंधन में दरार आए।" यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से पद से हटने के उनके कदम पर पुनर्विचार करने के लिए बात की थी, ठाकरे ने हल्के-फुल्के अंदाज में हुए कहा, "शरद पवार को सलाह देने वाला मैं कौन होता हूं? अगर वह मेरी सलाह पर ध्यान नहीं देते हैं तो क्या होगा..।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "पवार साहब को फैसला लेने का अधिकार है और उनकी पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने नेतृत्व को अपनी प्रतिक्रिया देने का अधिकार है। कल एनसीपी की बैठक है, जिसमें निर्णय लिया जाना है, हमें उसका इंतजार है।" तीन लाख करोड़ रुपये की लागत से अरब गणराज्य की मदद से बन रही रत्नागिरि रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड का शनिवार को दौरा करने की अपनी योजना पर ठाकरे ने कहा कि वह बारसू और आसपास के ग्रामीणों से मिलने जा रहे हैं, जो इस संयंत्र का विरोध कर रहे हैं। ठाकरे ने दोहराया, "मैं वहां शिवसेना (यूबीटी) या भारतीय जनता पार्टी की ताकत देखने के लिए नहीं जा रहा हूं, बल्कि स्थानीय आबादी से मिलने और बातचीत करने, उनकी समस्याओं या शिकायतों को सुनने के लिए जा रहा हूं। जब तक उनकी सभी आशंकाएं दूर नहीं हो जातीं, तब तक परियोजना पर काम शुरू नहीं होना चाहिए।" अपनी आत्मकथा 'लोक मझे संगति' में पवार की प्रतिकूल टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि उनके पास कहने के लिए कुछ भी नहीं है, क्योंकि "मुख्यमंत्री के रूप में मेरा काम पूरी दुनिया और राज्य के लोगों के सामने है जो एक परिवार की तरह हैं।" शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता और सांसद संजय राउत ने कहा है कि वह जल्द ही 'सामना समूह' के माध्यम से ठाकरे पर पवार की टिप्पणियों का जवाब देंगे।