मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को डिप्टी सीएम अजित पवार से 'शिष्टाचार' मुलाकात की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विभाजन के बाद उनकी यह पहली मुलाकात थी।
रिपोर्ट के अनुसार, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) के कई विधायकों के साथ अजित पवार के कक्ष में गए। उन्होंने गर्मजोशी से बातचीत की। पूर्व बॉस (ठाकरे) और उनके सेकेंड-इन-कमांड (अजित पवार) के बीच एक संक्षिप्त चर्चा हुई।उद्धव ठाकरे ने अजित पवार को सलाह दी कि वे खुद को जनता के कल्याण के लिए समर्पित कर दें और एक-दूसरे पर हावी होने की चल रही राजनीति के बावजूद उन्हें राज्य के किसानों तथा आम नागरिकों की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बाद में, उद्धव ठाकरे ने मीडियाकर्मियों से कहा, ''उन्हें अजित पवार पर पूरा भरोसा है और वह शिवसेना के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की सरकार में अपनी नई भूमिका में राज्य के लोगों के साथ न्याय करेंगे।"
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि मैंने उनके साथ ढाई साल तक काम किया है और मैं उनके स्वभाव को अच्छी तरह से जानता हूं। चाहे जो भी राजनीतिक खेल चल रहा हो, वह लोगों की मदद करेंगे। आख़िरकार राज्य के खजाने की चाबियां एक बार फिर उनके हाथ में हैं। ज्ञात हो कि 1 जुलाई को अजित पवार के एनसीपी से अलग होने और 2 जुलाई को 9 मंत्रियों और विधायकों के साथ दूसरे डिप्टी सीएम के रूप में शिवसेना-भाजपा शासन में शामिल होने के बाद यह पहली बैठक थी।