उदयपुर हत्याकांड मामला: आरोपियों ने '2611' नंबर प्लेट के लिए चुकाए थे अतिरिक्त 5,000 रुपये, नई जानकारियां आई सामने

Update: 2022-07-01 14:30 GMT

सिटी न्यूज़: उदयपुर हत्याकांड में गिरफ्तार दोनों आरोपियों के बारे में नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं। आरोपियों के पाकिस्तान कट्टरपंथी समूह से लिंक होने की जानकारी सामने आने के बाद अब पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि एक आरोपी रियाज ने 2611 नंबर की मोटरसाइकिल लेने के लिए 5,000 रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया था। पुलिस इस नंबर को 2008 में हुए मुंबई हमले से जोड़कर देख रही है।

क्या है उदयपुर हत्याकांड?: उदयुपर में मंगलवार को मोहम्मद रियाज अंसारी और गौस मोहम्मद नामक दो हमलावरों ने कन्हैयालाल तेली नामक टेलर की गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी। हमलावर कपड़े सिलवाने के बहाने उसकी दुकान पर आए थे और यहीं वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो भी बनाया। दोनों हमलावर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने वाली पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण टेलर से नाराज थे।

इसी मोटरसाइकिल से भाग रहे थे आरोपी: टेलर कन्हैयालाल की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी इसी मोटरसाइकिल पर सवार होकर भागने की कोशिश कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि रियाज ने जानबूझकर 2611 नंबर की मोटरसाइकिल चुनी थी और इस नंबर प्लेट के लिए उसने 5,000 रुपये चुकाने थे। फिलहाल यह मोटरसाइकिल धानमंडी पुलिस थाने में खड़ी है। पुलिस का कहना है कि यह नंबर प्लेट इस पूरे अपराध और साजिश का पर्दाफाश करने में मददगार साबित हो सकती है।

रियाज ने लोन लेकर खरीदी थी बाइक: मामले की जांच में जुटी पुलिस मान रही है कि यह मोटरसाइकिल इस बात का संकेत हो सकती है कि रियाज के मन में क्या चल रहा था। उसने 2013 में बैंक से लोन लेकर यह बाइक खरीदी थी। इस बाइक का इंश्योरेंस मार्च, 2014 में खत्म हो गया था। जांच में पता चला है कि रियाज 2014 में नेपाल गया था। उसके मोबाइल रिकॉर्ड दिखा रहा है कि वह पाकिस्तानी नंबरों पर फोन करता था।

शुरुआती जांच में सामने आया था पाकिस्तानी कनेक्शन: इससे पहले शुरुआती जांच में दोनों हमलावरों के कराची स्थित सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से लिंक होने की बात सामने आई थी। दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से संबंधित हैं। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे सुन्नी इस्लाम के सूफी-बरेलवी संप्रदाय से जुड़े हैं जिसके दावत-ए-इस्लामी के साथ करीबी संबंध हैं। यह संगठन पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून का समर्थन करता है। इसी कनेक्शन को देखते हुए NIA को जांच सौंपी गई है।

आरोपियों के IS से संबंध होने की आशंका: पुलिस सूत्रों ने कन्हैयालाल के हत्यारों के आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) से संबंध होने की आशंका जताई है। दोनों आरोपी 30 मार्च को जयपुर में सिलसिलेवार बम धमाके करने की साजिश में भी शामिल बताए जा रहे हैं। दोनों ही आरोपी पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी के जरिए अल-सूफा नामक संगठन से जुड़े हुए थे जो IS का स्लीपर सेल है। एक आरोपी मोहम्मद रियाज के हाल ही में गिरफ्तार हुए IS आतंकी से भी संबंध हैं।

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