देश में दो वैक्सीन और एक दवा को मंजूरी, जानें इनके बारे में सब कुछ

Update: 2021-12-28 09:24 GMT

नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश में आज बड़ा फैसला लिया गया. कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के संकट के बीच सरकार ने मंगलवार को दो वैक्सीन और एक दवा के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी. इसके साथ ही देश में अब कोरोना की 8 वैक्सीन हो गई हैं, जिन्हें इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है. खास बात ये है कि जिन दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है, उनमें से एक भारत में ही बनी है और दूसरी भारत में बन रही है.

किन वैक्सीन को मंजूरी मिली?
1. कोवोवैक्स
- इसे अमेरिकी कंपनी Novavax ने बनाया है. Novavax की वैक्सीन कोवोवैक्स (Covovax) विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की इमरजेंसी यूज की लिस्ट में शामिल है.
- अगस्त 2020 में Novavax और भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के बीच डील हुई थी. उस डील के तहत, नोवावैक्स की कोवोवैक्स को सीरम इंस्टीट्यूट बना रही है.
- सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) के मुताबिक, ट्रायल के दौरान कोवोवैक्स कोरोना के खिलाफ 90 फीसदी तक असरदार रही है. एक खास बात ये भी है कि इसका ट्रायल 3 साल से ऊपर के बच्चों पर भी हुआ है.
2. कोर्बीवैक्स
- इसे भारत की ही कंपनी बायोलॉजिल-ई (Biological-E) ने बनाया है. कोवैक्सीन और जायकोव-डी के बाद कोर्बीवैक्सी (Corbevax) तीसरी भारतीय वैक्सीन है.
- सरकार ने पहले ही बायोलॉजिकल-ई को 1,500 करोड़ रुपये में 30 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया था. सूत्रों ने बताया कि 28 दिन के अंतर से इस वैक्सीन की दोनों डोज दी जाएगी. इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच स्टोर किया जा सकेगा.
कोरोना की दवा को भी हरी झंडी, 13 कंपनियां बनाएंगी
- ड्रग्स कंट्रोलर ने कोरोना की दवा Molnupiravir के भी आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. Molnupiravir को अमेरिकी फार्मा कंपनी Merck ने बनाया है. अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने हाल ही में कोरोना मरीजों पर Molnupiravir के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी थी.
- अब भारत में भी इस दवा के इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है. इस दवा को भारत में सिप्ला, टोरंट और सन फार्मा जैसी 13 कंपनियां बनाएंगी. हालांकि, ये दवा अभी सिर्फ वयस्कों को ही जाएगी. साथ ही उन्हीं मरीजों को दी जाएगी जिनमें गंभीर लक्षण होंगे और जिनके गंभीर बीमार होने का खतरा ज्यादा होगा.
- Molnupiravir दवा सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दी जाएगी. 200mg के इस कैप्सूल का कोर्स 5 दिन का होगा. गर्भवती महिलाओं और 18 साल से कम उम्र के लोगों को ये दवा नहीं मिलेगी.
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