एके-47 के साथ दो आतंकी अरेस्ट, गोला-बारूद भी बरामद

Update: 2023-03-08 01:00 GMT

कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी और आतंकी संगठन TRF के दो दहशतगर्दों को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि दोनों आतंकियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है.

बारामूला पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों आतंकियों ने खुलासा किया कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन LeT (TRF) के लिए काम कर रहे हैं. पुलिस थाना कुंजर में UAPA अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. आगे की जांच चल रही है. पुलिस ने बताया कि दहशतगर्दों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है. इसमें दो AK-47 मैगज़ीन, AK-47 के 15 राउंड शामिल हैं. इतना ही नहीं, आतंकियों के पास से प्रतिबंधित LeT (TRF) के 20 पोस्टर और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है.गिरफ्तार आतंकियों की पहचान खुर्शीद अहमद खान और रियाज अहमद खान के रूप में हुई है.

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में पुलिस ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था. ये तीन ओवरग्राउंड वर्कर हैं, जो आतंकी संगठन को जमीन पर हर तरह का समर्थन भी देते थे और संसाधन भी उपलब्ध करवा रहे थे. गिरफ्तार किए गए आतंकियों के नाम मोहम्मद अब्बास वागे, गोवहर शफी मीर, निसार रहमान शेख है. इन सभी के पास से एक पिस्टल, दो मैग्जीन, 13 लाइव राउंड बरामद किए गए थे. कड़ी पूछताछ के बाद इन आतंकियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि ये लंबे समय से जमीन पर हिजबुल के लिए काम कर रहे थे. आतंकी हमले करवाने से लेकर फंडिंग करने तक, हर गतिविधि में ये सक्रिय थे. लेकिन अब क्योंकि इनकी गिरफ्तारी हो चुकी है.

जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से पुलिस और सेना की एक रणनीति चल रही है जहां पर सिर्फ आतंकी को ही गिरफ्तार या मारने पर जोर नहीं दिया जा रहा, बल्कि उन ओवरग्राउंड वर्कर्स को पकड़ा जा रहा है जो इन संगठनों की जमीन पर मदद करते हैं. असल में ये वर्कर ही आतंकियों को सारी जानकारी देते हैं, फिर चाहे वो सेना की मूवमेंट रहे या फिर कोई दूसरी जरूरी इंफॉर्मेशन. ऐसे में इन ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार कर आतंकी नेटवर्क को ही कमजोर करने का प्रयास है. उसी कड़ी में हिजबुल के इन तीन ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया गया है.


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