दो शूटर्स अरेस्ट, लेना चाहते थे अपने साथी की मौत का बदला

Update: 2022-09-29 00:51 GMT

सोर्स न्यूज़  - आज तक  

दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जितेंद्र गोगी गैंग के दो शूटर्स को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने एक नाबालिग आरोपी को भी हिरासत में लिया है. हैरानी की बात यह है कि इस गैंग से खुलासा हुआ है कि गैंग के शूटर अपने दुश्मन गैंग टिल्लू ताजपुरिया से बदला लेना चाहते थे. ये शूटर जितेंद्र मानोगी की मौत की बरसी पर उसकी मौत का बदला लेना चाहते थे. दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए शूटर्स का नाम मनदीप जॉनी उर्फ जेडी है. इसके साथ ही एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है. मनदीप जेडी गोगी गैंग का खतरनाक शूटर है. दरअसल, पुलिस को जानकारी मिली थी कि जेडी अंकेश लाखरा नाम के बदमाश के टच में था. अंकित लाखरा वह बदमाश है, जिसने कुलदीप फज्जा नाम के खतरनाक गैंगस्टर को जीटीबी अस्पताल में गोलीबारी करके पुलिस कस्टडी से छुड़ा लिया था.

मनदीप ने खुलासा किया कि उसकी व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए अंकेश लाखरा और विशाल से बातचीत हुई और वह टिल्लू ताजपुरिया गैंग के बदमाश अमित गुप्ता को मारने की तैयारी में थे. इस काम के लिए इन शूटर्स को बकायदा पेटीएम के जरिए पैसों का भुगतान भी किया गया था. पूछताछ के दौरान आरोपी मनदीप उर्फ ​​जॉनी उर्फ ​​जेडी ने खुलासा किया कि वह पहले हरियाणा के थाना सफीदो, जींद के एक आपराधिक मामले में गिरफ्तार हो चुका है. जून 2021 में अपने पैतृक गांव जींद में ईश्वर की हत्या के मामले में शामिल था और तब से वह फरार था. कत्ल के बाद वो चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में छिपा था.

फरारी के दौरान वह गोगी गैंग के सदस्यों के संपर्क में आया और जितेंद्र मान गोगी और दीपक उर्फ ​​बॉक्सर के लिए सोशल मीडिया पर सहानुभूतिपूर्ण पोस्ट करने लगा. इसके बाद, जेल में बंद गैंस्टर अंकेश लकड़ा ने उससे सोशल मीडिया पर संपर्क किया और उसे अंकिता उर्फ ​​अन्नू से संपर्क करने का निर्देश दिया, अन्नू अमित गुप्ता पर हमले की योजना बना रहा था. मनदीप उर्फ ​​जॉनी उर्फ ​​जेडी फिर अंकिता उर्फ ​​अन्नू के संपर्क में आया और उसके साथ बुराड़ी में हत्या के लिए प्लानिंग करने लगा. बाद में वह एक दुर्घटना में घायल हो गया और चंडीगढ़ चला गया और दिल्ली वापस आने के बाद वह गोगी गिरोह के विशाल और दीपक पहल उर्फ ​​बॉक्सर के करीबी के संपर्क में आ गया.

विशाल ने ऑनलाइन मैसेंजर एप्लिकेशन के जरिए मनदीप उर्फ ​​जॉनी से संपर्क किया और उसे जितेंद्र मान उर्फ ​​गोगी की पहली पुण्यतिथि पर टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के समर्थकों को गोली मारने का निर्देश दिया. विशाल ने इसके लिए एक बंटी नाम के हथियार सप्लाइर से हथियार और चोरी का वाहन भी मुहैया कराया. आरोपी ने इस काम के लिए अजीत उर्फ ​​अज्जू से संपर्क किया. इसके बाद, प्रतिद्वंद्वी गिरोह पर हमले को अंजाम देने से पहले उसे गिरफ्तार कर लिया गया. गौरतलब है कि पिछले साल साल 24 सितंबर की दोपहर रोहिणी की कोर्ट नंबर 207 में वकील की ड्रेस में आए दो शूटर्स ने मौका देखकर कोर्ट रूम के अंदर ही पेशी पर आए गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटरों को एनकाउंटर में मार गिराया था. आरोप है कि हत्या टिल्लू ताजपुरिया और उसके गैंग ने करवाई थी.


Tags:    

Similar News

-->