भाजपा नेता की हत्या मामलें में सांगवान गैंग के दो शार्पशूटर गिरफ्तार

जानिए क्या है वारदात की वजह

Update: 2023-06-09 16:01 GMT
नई दिल्ली। दिल्ली में भाजपा नेता सुरेंद्र मटियाला की हत्या में शामिल कुख्यात कपिल सांगवान-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक नाबालिग सहित दो और शार्पशूटरों को शुक्रवार तड़के एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. राजस्थान के झुंझनू जिले के निवासी पंकज उर्फ बाबा और नाबालिग के कब्जे से दो स्वचालित पिस्तौल - टारस (ब्राजील में निर्मित) और जिगाना (तुर्की में निर्मित) - बरामद किए गए हैं. इससे पहले, दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने मई में दो वांछित अपराधियों और गिरोह के सदस्यों को चंचल पार्क निवासी रजत यादव उर्फ पोप्पल (23) और नजफगढ़ निवासी हबीब अली उर्फ राहुल (23) को हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किया था. दो अज्ञात लोगों ने 14 अप्रैल को भाजपा इकाई के नजफगढ़ किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र के कार्यालय में घुसकर उन पर गोलियां चलाईं जिससे उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने हत्या के सिलसिले में तीन किशोरों सहित कपिल सांगवान गिरोह के कुल आठ सदस्यों को पकड़ा है. विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रविंदर सिंह यादव ने कहा कि हाल ही में सूचना मिली थी कि लॉरेंस बिश्नोई-संपत नेहरा-कपिल नंदू-रोहित गोदारा गिरोह के दो वांछित और सक्रिय अपराधी प्रतिद्वंद्वी गिरोह के लोगों की हत्या की योजना बनाने के लिए दक्षिणी दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव इलाके में अपने सहयोगी से मिलने आएंगे. विशेष पुलिस आयुक्त ने कहा, सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, एक टीम का गठन किया गया और जिला पार्क गेट के पास एक जाल बिछाया गया. शुक्रवार तड़के लगभग दो बजे, जिला पार्क के सामने एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आए. उन्होंने मोटरसाइकिल को पार्क किया और मोटरसाइकिल के पास खड़े हो गए.
बाद में, पुलिस टीम ने अपने आईडी कार्ड दिखाए और उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. हालांकि, दोनों ने पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं, जो इंस्पेक्टर रामपाल और एएसआई नरेंद्र के बुलेट-प्रूफ जैकेट पर लगी. स्पेशल सीपी ने कहा, जवाबी कार्रवाई और आत्मरक्षा में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं और कुछ देर की हाथापाई के बाद दोनों आरोपियों पर काबू पा लिया गया. पूछताछ करने पर पता चला कि दोनों को लॉरेंस बिश्नोई-संपत नेहरा गैंग के गैंगस्टर कपिल उर्फ नंदू और रोहित गोदारा के लिए काम कर रहे थे. उन्होंने कहा, नंदू और गोदारा ने पहले उन्हें केवल इलाके में आतंक फैलाने और प्रतिद्वंद्वी मंजीत महल गिरोह को कमजोर करने के लिए सुरेंद्र मटियाला की हत्या करने का काम सौंपा था. संपत नेहरा ने राजस्थान में अपने भर्ती एजेंटों की मदद से शार्पशूटरों की व्यवस्था की. अब उन्हें प्रतिद्वंद्वी नीरज बवाना गिरोह के सदस्य के एक शीर्ष गैंगस्टर की हत्या करने का काम सौंपा गया था. अधिकारी ने कहा कि आरोपी पंकज को रोहित गोदारा से झुंझुनू (राजस्थान) के राकेश उर्फ चिन्नू (जो भोंडसी जेल में है) द्वारा मिलवाया गया था. अधिकारी ने कहा, रोहित गोदारा और कपिल नंदू के निर्देश पर वह तिलक नगर में प्रतिद्वंद्वी गिरोह के एक सदस्य की हत्या करने के लिए दिल्ली आया था.
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