जहानाबाद में नगवा गांव में एक परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा। पहले दादी की मौत हुई। फिर दादी के श्राद्धकर्म में शामिल होने पटना से गांव आए दो भाई तालाब में समा गए। एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत से पूरे गांव में मातम पसर गया है।
किंजर थाना क्षेत्र के नगवा गांव स्थित भैसासुर आहर में पैर धोने के दौरान दो भाइयों की मौत हो गयी। दोनों मृतक नगवा गांव निवासी महेंद्र सिंह के पोते 16 वर्षीय चंदन कुमार एवं सनी कुमार हैं। दोनों मृतक आपस में चचेरे भाई थे। मृतक के चचेरा चाचा जदयू प्रखण्ड अध्यक्ष रणधीर पटेल ने बताया कि दोनों बच्चे पटना में रह कर पढ़ाई किया करते थे। तीन दिन पूर्व उसकी दादी का निधन हो गया था। दादी के श्राद्ध में दोनों गांव आये थे।
शुक्रवार को दोनों भाई इमामगंज से गैस सिलेंडर साइकिल पर ले कर घर आ रहे थे। इसी क्रम में गांव के नाली में सिलेंडर समेत गिर जाने के कारण कीचड़ से लेट गए। नाली में गिरने के बाद घर न जाकर दोनों गांव के निकट स्थित भैसासुर आहर में कपड़े और पैर धोने चले एक। इसी बीच चंदन कुमार का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। भाई को डूबते देख सनी भी आहर में उसे बचाने के लिये कूद पड़ा और दोनों डूबने लगे। डूबते देख पास में खेल रहे बच्चों ने शोर मचाया। हल्ला सुनकर घटना स्थल पर जुटे ग्रामीण के काफी प्रयास के बाद आाहर से दोनों को बाहर निकाला गया। लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
सूचना पर किंजर थाना के एसआई पवन कुमार दास दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अरवल भेजा। हालांकि शाम में पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। दोनों बच्चे की मौत से पूरा गांव सदमे में है। न
गमा निवासी अजीत कुमार सिंह के 15 वर्षीय पुत्र सनी कुमार और सुजीत सिंह के 16 वर्षीय पुत्र चंदन कुमार की मौत से घर और गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजनों के रोने बिलखने और चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया है। ग्रामीण दुख व्यक्त करते हुए कह रहे थे कि दादी का श्राद्धकर्म भी नहीं हुआ और दो किशोर पोते की मौत से महेन्द्र सिंह पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। रोते रोते परिजनों की आंखे पथरा गयी थी।