नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने शनिवार को विदेश भेजने के नाम पर श्रीलंकाई नागरिकों को ठगने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह इमिग्रेशन (प्रवासन) गिरोह श्रीलंकाई नागरिकों को भारत के रास्ते विदेश भेजने के नाम पर ठगता था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों की पहचान तमिलनाडु के त्रिची निवासी 56 वर्षीय सेल्वाकुलेंद्रन और श्रीलंका के जाफना निवासी 63 वर्षीय महेंथिराजा के रूप में हुई। मामला तब सामने आया जब महिपालपुर इलाके में गश्त कर रही पुलिस टीम ने वहां 10 लोगों को संदिग्ध परिस्थितियों में खड़े देखा।
आईजीआई के डीसीपी देवेश कुमार महला ने कहा कि उनसे पूछताछ की गई, लेकिन वे कोई उचित जवाब नहीं दे सके। जब उनसे पहचान साबित करने के लिए कहा गया, तो वे कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सके। फिर उन्हें सत्यापन के लिए पुलिस स्टेशन लाया गया और उनकी पहचान की गई। सभी श्रीलंकाई नागरिक पाए गए।
यह पता चला कि 10 में से एक महेंथिराजा एजेंट सेल्वाकुलेंद्रन के निदेशरें पर उनका मार्गदर्शन कर रहा था। सभी को भारतीय प्रवासन का झांसा देकर कनाडा भेजने का वादा किया गया था। डीसीपी ने आगे कहा कि बड़े पैमाने पर घोटालों को देखते हुए, एक पुलिस टीम का गठन किया गया। इस टीम को ऐसे धोखाधड़ी में शामिल ट्रैवल एजेंटों की गतिविधियों का पता लगाने का काम सौंपा गया। गिरफ्तार व्यक्तियों के कॉल रिकॉर्ड के सावधानीपूर्वक विश्लेषण और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के माध्यम से, टीम ने त्रिची में आरोपी एजेंट सेल्वाकुलेंद्रन के स्थान का पता लगाया।
डीसीपी ने आगे कहा कि टीम को तुरंत त्रिची भेजा गया और सेल्वाकुलेंद्रन को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे गहन पूछताछ की गई। लगातार पूछताछ करने पर उसने खुलासा किया कि उसने सभी यात्रियों को आईजीआई हवाई अड्डे के माध्यम से कनाडा भेजने के लिए प्रत्येक से 2 लाख रुपये लिए थे।
डीसीपी ने कहा कि दोनों एजेंट श्रीलंकाई नागरिकों को अवैध रूप से भारत के रास्ते कनाडा जाने की सुविधा देने में शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि वे तमिलनाडु और श्रीलंका से काम कर रहे हैं और अनुचित तरीकों से लोगों को विदेशों में भेज रहे हैं।