नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस ने पवन के. वर्मा को पार्टी का उपाध्यक्ष नियुक्त किया। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के चुनाव से पहले पार्टी प्रत्याशियों व नेता-कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश दिया था कि मतदान के दिन वे किसी तरह की गड़बड़ी न करें। मतदाताओं को डराने- धमकाने के बजाय पार्टी द्वारा कोलकाता के विकास के लिए किए गए कार्यों के आधार पर वोट मांगे, लेकिन रविवार को तृणमूल के नेता-कार्यकर्ता उनकी इस हिदायत को ठेंगा दिखाते नजर आए। विभिन्न वार्डों के बूथों पर तृणमूल के नेता-कार्यकर्ताओं के विरोधी दलों के लोगों से भिड़ने की घटनाएं देखने को मिलीं। कई जगहों पर बूथ पर कब्जा जमाने व मतदाताओं को वोट देने जाने से रोकने के आरोप भी तृणमूल के नेता-कार्यकर्ताओं पर लगे हैं।
केएमसी के 45 नंबर वार्ड के जैन स्कूल में तो तृणमूल कार्यकर्ता खुले तौर पर कांग्रेस प्रत्याशी संतोष पाठक के चुनाव एजेंट को मारते-पीटते नजर आए। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अभिषेक बनर्जी ने सिर्फ दिखावे के लिए यह निर्देश दिया था या फिर तृणमूल के नेता-कार्यकर्ता गैर-अनुशासित हो गए हैं।
राज्य के परिवहन मंत्री व केएमसी के पूर्व प्रशासक फिरहाद हकीम ने हालांकि तृणमूल के नेता- कार्यकर्ताओं के हिंसा की किसी भी घटना में शामिल होने से इन्कार किया है। फिरहाद, जो खुद भी केएमसी का चुनाव लड़ रहे हैं, ने कहा कि जो भी घटनाएं सामने आ रही हैं, उसके पीछे भाजपा का हाथ है। भाजपा भली-भांति जानती है कि वह चुनाव नहीं जीत पाएगी इसलिए गड़बड़ी फैला रही है।
जानकारी हो कि कोलकाता नगर निगम चुनाव के लिए रविवार सुबह से हो रहे मतदान के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। कोलकाता व आसपास के शहरों में कड़ी नजर रखी जा रही है। खासकर बाहर से आने वालों पर प्रशासन की पैनी नजर है। कोलकाता पुलिस का होटलों एवं प्रवेश मार्गों पर सख्त जांच समेत शहर और आसपास के क्षेत्रों में कड़ा पहरा है। इससे पहले शनिवार देर शाम नाका चेकिंग के दौरान कोलकाता के तारातला थाना क्षेत्र के तारातला रोड इलाके से गुजरने वाले वाहनों की तलाशी के दौरान एक वाहन से एक आग्नेयास्त्र (7 एमएम पिस्तौल) और पांच कारतूस पुलिस ने बरामद किया। इस मामले में वाहन में सवार दो युवकों को भी गिरफ्तार किया गया है।