धौलपुर: जिले के राजाखेड़ा विधानसभा के मनिया कस्बे में मकान ढहने से दर्दनाक हादसा हुआ. चार बच्चों की दर्दनाक मौत होने के साथ एक बच्ची व उनकी मां घायल हैं. घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. अस्पताल अतिरिक्त कलेक्टर के साथ तमाम प्रशासन के अधिकारी पहुंचकर हालात की जानकारी ली. इस दर्दनाक हादसे से मनिया कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई है. घटना रात मंगलवार रात 2 बजे की है.
हादसे में घायल हुए प्रमोद पुत्र हरिविलाश निवासी शेड वाली माता मंदिर मनिया ने बताया रात परिवार समेत घर में सो रहा था. लगातार बरसात होने के कारण मकान में नमी आ चुकी थी. मकान के कमरे में बच्चे और पत्नी सो रही थी.
घटना के बाद इलाके में मचा हड़कंप
रात करीब 2:00 बजे के आसपास मकान के पिछवाड़े की दीवार ढहकर पूरे परिवार के ऊपर गिर गई. जिसके नीचे दबने से 3 महीने के पुत्र गोविंद 4 साल की पुत्री सायना 1 साल की पुत्री फिजा और 2 साल की मोटी की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे में पत्नी सोनम गंभीर रूप से घायल हो गई. दुर्घटना से मौके पर चीख पुकार मच गई. मोहल्ले के लोग अफरा-तफरी को देख जाग गए. घटना की सूचना स्थानीय मनिया थाना पुलिस को दी गई. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मलबे के अंदर दवे बच्चों को बाहर निकाला. जिन्हें आनन-फानन में मनिया सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया.
जहां 4 बच्चों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. मां सोनम व एक बच्ची की नाजुक हालत होने पर चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. घायल दोनो का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है. घटना से मनिया कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई है. एक परिवार में 4 बच्चों की मौत होने से हाहाकार मचा हुआ है
विधायक रोहित बोहरा ने हादसे पर दुख जताया
उन्होंने बताया कि मलवे में दबने से 3बच्ची और एक 3महीने के बच्चे की मौत हो गई है. बच्चों की मां और उसकी बड़ी बेटी घायल हैं,जिनका इलाज जिला चिकित्सालय धौलपुर में चल रहा है. घायलों में सोनम पत्नी प्रमोद बघेल पूजा पुत्री प्रमोद बघेल है. यह घटना प्रमोद बघेल पुत्र हरिविलास बघेल परिवार निवासी केलाशपुरा हाल निवासी बड़ा स्कूल माता वाली वाली मनियां हलवाई का काम करता है. वह घर पर मौजूद नहीं था.
मृत बच्चों में सायना उम्र 4 साल फिजा उम्र 3 साल कल्लो उम्र 2 साल एक मासूम बच्चा गोविंद उम्र 3 माह हैं. यह बहुत ही गरीब हैं मौके पर पहुंच कर देखा की उसके पास दाह संस्कार के लिए भी रुपये नहीं थे तो उन्होंने 21 हज़ार रुपए दिए निजी मदद की और 4 लाख रुपए मुख्य मंत्री सहयता कोस से दिलाने की बोला एवं और कहा कि सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.