फर्जी दस्तावेज बनाकर अपने खाते में ट्रांसफर की बीमा राशि, डिप्टी मैनेजर निलंबित

Update: 2023-09-15 11:19 GMT
सिरोही। भारतीय स्टेट बैंक शाखा नगरपालिका पिंडवाड़ा के प्रबंधक की रिपोर्ट पर पिंडवाड़ा पुलिस ने बैंक उप प्रबंधक कुलदीप सिंह चौधरी और उनके 2 साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। तीनों आरोपियों पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर धोखाधड़ी कर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत मृतकों के इंश्योरेंस की राशि हड़पने का आरोप है। इस मामले में बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उप प्रबंधक को सस्पेंड कर दिया गया है। भारतीय स्टेट बैंक पिंडवाड़ा शाखा के प्रबंधक नगेंद्र राजोरिया ने पिंडवाड़ा पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि उनकी शाखा कार्यालय में उप प्रबंधक के पद पर कार्यरत कुलदीप सिंह चौधरी ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत मृत्यु प्रमाण पत्र की विधि अनुसार जांच कर बीमाधारियों के उत्तराधिकारियों को बीमा कंपनी से मुआवजा राशि दिलवाने का कार्य करता था। उनकी शाखा कार्यालय में कुल 78 मामले ऑनलाइन पोर्टल पर कुलदीप सिंह चौधरी ने जांच किए थे। इसमें से 34 मामले पिंडवाड़ा शाखा द्वारा पंजीकृत हुए और उनके मृत्यु प्रमाण पत्र की जांच की गई। इसमें मृत्यु प्रमाण पत्र के 6 मामलों में कुलदीप सिंह चौधरी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार करते हुए दो-दो लाख रुपए के चार मामलों में कुलदीप सिंह चौधरी ने कुणाल सिंह राठौर के साथ आपराधिक षड्यंत्र रचकर नियम के खिलाफ कुणाल सिंह राठौड़ के पिंडवाड़ा शाखा के खाते में बीमाधारियों की बीमा दावा राशि को ट्रांसफर कर गलत तरीके से राशि प्राप्त कर गबन करवा दिया।
बैंक ने बीमाधारियों के खाते के मामले में पता चला तब परिवादी और बैंक के उच्च अधिकारियों द्वारा बैंक में वाउचरों की जांच की तो उक्त मामलों में शाखा में वाउचर भी प्राप्त नहीं हुए। कुलदीप सिंह चौधरी ने आपराधिक षडयंत्र कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर राशि हड़प ली। इसमें मृतक मानाराम खाते की नॉमिनी उरकी बाई के खाते में दिनांक 15 मार्च 22 को दावा राशि 2 लाख रुपए जमा हुए, जो कुणाल सिंह राठौर के खाते में 15 मार्च को अवैध रूप से ट्रांसफर किए गए। इसी तरह मृतक दिनेश कुमार की नॉमिनी उषा देवी के खाते में 17 मई 2022 को दावा राशि 2 लाख रुपए जमा हुए जो कुणाल सिंह के खाते में अवैध रूप से जमा किए गए। मृतक केसर सिंह की नॉमिनी रमला के खाते में 13 जून 2022 को दावा राशि 2 लाख रुपए जमा होने थे, जिसे कुणाल सिंह राठौर के खाते में 14 जून 22 को जमा किए गए। मृतक रैना राम की नॉमिनी लूंगी देवी के 2 लाख की राशि 22 जून 22 को कुणाल सिंह के खाते में 24 जून 22 को अवैध रूप से ट्रांसफर किया।
कुलदीप सिंह चौधरी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 8 लाख रुपए कुणाल सिंह राठौर के साथ आपस में षडयंत्र कर बैंक को नुकसान पहुंचाया। इसी प्रकार से दो खाते, जिसमें मृतक भोमाराम की नॉमिनी देवी बाई के खाते में 2 लाख जमा होने थे, जिसे जयंती भाई रमा भाई के खाते में 16 जून 2022 को अवैध रूप से ट्रांसफर किए गए और मृतक प्रभुराम के नॉमिनी धुलाराम के खाते में 15 मार्च 2022 को पैसे जमा होने थे, उसे 16 मार्च 2022 को जयंती भाई राम भाई के खाते में ट्रांसफर कर दिए गए। इस तरह से पद का दुरुपयोग करते हुए कुलदीप सिंह चौधरी ने 4 लाख रुपए भाई राम के साथ आपस में षडयंत्र कर नियम के खिलाफ बैंक को नुकसान पहुंचाने की आशा से ट्रांसफर कर दिए। इस मामले में बैंक के प्रबंधक नगेंद्र राजोरिया ने बताया कि जैसे ही इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली, तत्काल इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उप प्रबंधक कुलदीप सिंह चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया है।
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