भरतपुर। भरतपुर पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। सयाने होते बेटे से उम्मीद जगी थी कि परिवार का सहारा बनेगा, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही ने मेरे कलेजे के टुकड़े की जान ले ली। यह कहते-कहते मां बेसुध सी होकर एसपी ऑफिस में गिर पड़ी। दादी के भी कमोबेश ऐसे ही हाल नजर आए। यह दृश्य देख अन्य परिजन एवं लोगों की आंखें भी नम हो गईं। मंगलवार को मृतक की मां सहित अन्य परिजन न्याय की उम्मीद लेकर भरतपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और अपनी पीड़ा सुनाई। एसपी ऑफिस पहुंचे परिजनों ने आरोप लगाया कि गांव रायसीस में 29 सितम्बर को जल जीवन मिशन की पानी की टंकी के ठेकेदार ने बच्चों को बहला-फुसलाकर 100-100 रुपए का लालच देकर करीब 200 मीटर ऊंची पानी की टंकी पर चढ़ा दिया।
टंकी में तीन नाबालिग बच्चे कर्मवीर जाटव, धीरू एवं सचिन को सफाई कराने के बहाने उतार दिया। यहां कर्मवीर जाटव (15) की टंकी के भीतर कीचड़ व पाइप में फंसने के कारण दर्दनाक मौत हो गई। एसपी को दिए ज्ञापन में बताया है कि कर्मवीर के पिता की मौत 10 वर्ष पहले हो चुकी है। परिजनों ने बताया कि इस संबंध में एफआईआर नदबई थाने पर दर्ज करा दी गई है, लेकिन आरोपी ठेकेदार रमनलाल उर्फ रामहंस, यदुवीर एवं पुष्पेन्द्र को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। ज्ञापन में जिम्मेदार ठेकेदारों को अविलंब गिरफ्तार करने एव मृतक बच्चे के परिजनों को 50 लाख रुपए व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की गई।