Tokyo Meeting: टोक्यो मीटिंग: क्वाड के महत्व को रेखांकित करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को कहा कि यह चार देशों के समूह के बीच सहयोग ही है जो यह सुनिश्चित कर सकता है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र स्वतंत्र, खुला, स्थिर और सुरक्षित बना रहे। टोक्यो में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में अपना उद्घाटन वक्तव्य देते हुए जयशंकर ने कहा कि वैश्विक भलाई करने के लिए क्वाड की प्रतिबद्धता की गूंज इस क्षेत्र से कहीं आगे तक है। उन्होंने कहा, "केवल हमारा सहयोग ही यह सुनिश्चित कर सकता है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र स्वतंत्र, खुला, स्थिर, सुरक्षित और समृद्ध बना रहे।" इसलिए यह आवश्यक है कि हमारी राजनीतिक समझ Political understanding मजबूत हो, हमारी आर्थिक साझेदारी बढ़े और प्रौद्योगिकी सहयोग का विस्तार हो तथा हमारे लोगों के बीच सहजता बढ़े। उन्होंने कहा कि हमारी बैठक से यह स्पष्ट संदेश जाना चाहिए कि क्वाड यहां रहने, काम करने और आगे बढ़ने के लिए है। नवंबर 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के लिए एक नई रणनीति विकसित करने के लिए क्वाड की स्थापना के लंबे समय से लंबित प्रस्ताव को आकार दिया। क्वाड राष्ट्र के विदेश मंत्रियों ने टोक्यो में समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के निर्माण की पहल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वार्ता की।