आज श्रावण माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है।उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है। आज लोग गुरुवार का व्रत रखकर भगवान विष्णु जी की पूजा करते हैं।आज बहुत पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी को प्रसन्न करने का पावन व्रत है। आज भगवान शिव जी की उपासना के साथ माता दुर्गा जी की पूजा भी करें। आज सत्यनारायण कथा करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें व श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें।हनुमानबाहुक व गणेश स्तोत्र के पाठ का आज बहुत महत्व है। आज शिव मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध,गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें।
दुर्गा जी की स्तुति करें।आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। गुरुवार को विष्णु उपासना व व्रत का पुण्य भी है। कई जगह आज रक्षा बंधन का पर्व भी मनाया जाएगा। सावन मास की पूर्णिमा तिथि सुबह 09:34 पर शुरू होगी। इसी के साथ ही भद्रा भी लगेगी जो रात 08:30 बजे तक रहेगी। इसके बाद रात 8:51 से रात 09:12 तक रक्षा बंधन 2022 का शुभ मुहूर्त है। 11 अगस्त को पूंछ भद्रा भी रहेगी। इसका समय शाम 5:17 बजे से लेकर शाम 6.18 तक रहेगा। इस समय भी राखी बांधी जा सकती है।
11 अगस्त 2022 के शुभ मुहूर्त
11 अगस्त 2022 का अभिजीत मुहूर्त - 11:53am से 12:42 pm तक।
11 अगस्त 2022 का विजय मुहूर्त - 02:32pm से 03:29 pm तक
11 अगस्त 2022 का गोधुली मुहूर्त - 06:46pm से 07:19pm तक
11 अगस्त 2022 का अशुभ मुहूर्त
राहुकाल - दोपहर 01:30 बजे से 03 बजे तक