विकसित समाज बनाने के लिए औपनिवेशिक मानसिकता छोड़नी होगी: लोकसभा अध्यक्ष

Update: 2022-12-28 03:45 GMT

फाइल फोटो

नई दिल्ली (आईएएनएस)| लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विकसित समाज बनाने के लिए औपनिवेशिक मानसिकता को छोड़ने की वकालत करते हुए कहा है कि एक विकसित भारतीय समाज के निर्माण के लिए सामूहिक संकल्पों को साकार करने की जरूरत है। बिरला ने मंगलवार को जूनियर चैंबर इंटरनेशनल (जेसीआई), इंडिया के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि युवा ऊर्जा आने वाले समय में भारत को आर्थिक समृद्धि और विकास के मार्ग पर ले जाएगी। उन्होंने आगे दावा किया कि भारत के नेतृत्व में जी-20 दुनिया में सामाजिक-आर्थिक बदलावों को नई दिशा और नया नजरिया देगा। उन्होंने आगे कहा कि जी-20 विश्व के सबसे महत्वपूर्ण देशों का समूह है और भारत की अगुवाई में पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र की शक्ति को मानेगा।
बिरला ने आगे कहा कि आज का विश्व एक कनेक्टेड विश्व है। साझी समस्याओं के सांझे समाधान की आवश्यकता पर जोर देते हुए बिरला ने कहा कि इन समाधानों में सरकार और निजी क्षेत्र दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने आगे कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही वैश्विक समस्याओं का समाधान निकल सकता है।
बिरला ने जेसीआई इंडिया के युवा मार्गदर्शन के तीन सिद्धांतों - 'युवा नेतृत्व', 'राष्ट्र निर्माण' एवं 'अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संपर्क' - की सराहना करते हुए विकास के समग्र एजेंडे में युवाओं के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण, अधिकार और कल्याण पर जोर दिया।
उन्होंने विकसित समाज के निर्माण के लिए औपनिवेशिक मानसिकता की समूल समाप्ति, सांस्कृतिक गौरव, नागरिक एकता एवं कर्तव्य भाव आदि संकल्पों को पूरा करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
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