कोलकाता: चार राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजों के बाद ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 2024 का रोडमैप तैयार करना शुरू कर दिया है. TMC ने कहा है कि देश की राजनीति के लिए उत्तर प्रदेश अंतिम नहीं है, बल्कि बंगाल भी देश की राष्ट्रीय राजनीति की दिशा तय करता है. उन्होंने कहा कि 2024 में पश्चिम बंगाल में TMC लोकसभा की सभी 42 सीटें जीतेगी. बता दें कि पश्चिम बंगाल की एक लोकसभा और एक विधानसभा सीटों पर 12 अप्रैल को हुए उपचुनाव में टीएमसी प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा और बाबुल सुप्रियो को जीत मिली है.
TMC के फायरब्रांड सांसद कल्याण बनर्जी ने आसनसोल लोकसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद ये बातें कही. बनर्जी ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक भी उड़ाया. बनर्जी ने कहा कि उपचुनाव परिणाम के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का सिंहासन हिलना शुरू हो गया है.
तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने आसनसोल में तृणमूल उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा के जीत के बहाने सीधे-सीधे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि देश की राजनीति में उत्तर प्रदेश नहीं बल्कि बंगाल की जनता अंतिम फैसला देती है. उन्होंने कहा कि आसनसोल में तृणमूल की भारी जीत के बाद 2024 के लोकसभा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सिंहासन हिलने लगा है.
कल्याण बनर्जी ने भविष्यवाणी करते हुए बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में 42 में से 42 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस जीतेगी. कल्याण बनर्जी के अनुसार, आसनसोल की जीत राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल उम्मीदवार अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के प्रति आसनसोल वासियों का असीम प्यार है. बनर्जी के अनुसार, तृणमूल के बारे में कुछ लोगों ने बंगाल में कुप्रचार कर रखा था लेकिन उपचुनाव में उनकी पार्टी की भारी जीत में उनके गलत मंसूबे पर पानी फेर दिया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजनीति में समय-समय पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराती रहीं हैं. हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने यूपी में न सिर्फ अखिलेश यादव के लिए प्रचार किया बल्कि उनकी पार्टी ने गोवा में चुनाव भी लड़ा. हालांकि दोनों ही राज्यों में उनकी मौजूदगी का कुछ खास असर नहीं पड़ा, लेकिन कई मौके पर वे बीजेपी शासित राज्यों में किसी मुद्दे पर और केंद्र सरकार के फैसलों के खिलाफ अपनी बेबाक राय रखती रही हैं.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले महीने सभी गैर बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों और विपक्षी पार्टियों के नेताओं को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी. ममता बनर्जी ने अपने पत्र में लिखा, मैं सत्ताधारी बीजेपी द्वारा देश के लोकतंत्र पर सीधे हमले पर चिंता जताने के लिए यह लिख रही हूं. उन्होंने लिखा, ईडी, सीबीआई, सीवीसी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को टारगेट और उत्पीड़ित करने के लिए किया जा रहा है.
ममता ने कहा, हम सभी को मिलकर विपक्षी नेताओं को दबाने के इरादे से इन केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने की भाजपा की मंशा का विरोध करना चाहिए. ममता ने कहा, चुनाव आते ही जांच एजेंसियों को कार्रवाई के लिए छोड़ दिया जाता है. हम पारदर्शिता और जवाबदेही में विश्वास रखते हैं लेकिन हम बीजेपी के नेतृत्व में हो रही ऐसी राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
ममता ने कहा, हम सभी को इस मामले में एक मीटिंग के लिए साथ आना चाहिए. यह ऐसी जगह पर हो, जो सभी के लिए उचित हो. देश में अभी सभी प्रगतिशील ताकतों को एक साथ आने और दमनकारी ताकत से लड़ने की जरूरत है.