सिपाही की प्रताड़ना से तंग आकर छात्र ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, सुसाइड नोट बरामद
पढ़े पूरी खबर
कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक छात्र ने सिपाही की प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। छात्र ने सुसाइड नोट में अपने दोस्त सिपाही को मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए न्याय की मांग की है। यहां तक की छात्र ने सिपाही सुसाइड नोट पर उसका मोबाइल नंबर भी लिखा है।
ये मामला चरवा थोक की है। 17 वर्षीय सिद्धार्थ अपने तीन भाइयों में तीसरे नंबर का था। वह महगांव इंटर कॉलेज में 11वीं की पढ़ाई करता था। सिद्धार्थ की तीन बहनों की शादी हो चुकी है वहीं छोटी बहन अभी पढ़ाई कर ही है। सिद्धार्थ की दोस्ती चरवा थाना में तैनात विजय से दोस्ती थी। दोनों एक-दूसरे के घर और थाने आते-जाते रहते थे। मंगलवार को गांव के बाहर एक नलकूप पर पार्टी रखी गयी थी। जिसमें सिद्धार्थ और सिपाही विजय शामिल थे। करीब एक बजे सिद्धार्थ को सिपाही और उसके साथियों ने घर छोड़ा।
घर आने के बाद शाम चार बजे सिद्धार्थ गोशाला में साड़ी से फंदा बनाकर लटक गया। जब ये बाद परिजनों को चली तो उनके होश उड़ गए। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं सिद्धार्थ के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें उसने सिपाही पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
मेरी मौत की जिम्मेदार विजय है :सिद्धार्थ
सिद्धार्थ ने सुसाइड नोट में अपने इस कदम के लिए माफी मांगी थी। उसने लिखा था कि मम्मी-पापा माफ करना, हम सब बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन बेज्जती नहीं। बचपन से आईएएस बनने का सपना था। सिपाही विजय मेरी मौत का कारण है। मां तुम रोना नहीं, विजय से न्याय दिलाओ। सुसाइड नोट में सिद्धार्थ ने परिवार के अन्य सदस्यों से भी माफी मांगी है। इसके अलावा छात्र ने सिपाही विजय का मोबाइल नंबर भी लिखा है। वहीं परिजनों ने इस घटना के लिए सिपाही को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है।