नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के दयालपुर में शनिवार को माचिस से खेलते वक्त जलकर एक तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। दरअसल मृतक आमिर का बड़ा भाई पांच वर्षीय ईशान माचिस से खेल रहा था। इस दौरान पर्दे में आग लग गई और उसकी चपेट में आकर आमिर जल गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस परिजनों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है। मृतक आमिर अपने परिवार के साथ दयालपुर के न्यू मुस्तफाबाद में मकान की तीसरी मंजिल पर रहता था। परिवार में माता-पिता के अलावा एक भाई ईशान और दो बहनें तमन्ना और बतूल है। आमिर के पिता गाड़ियों पर नंबर प्लेट लगाने का काम करते हैं। शनिवार को वह अपने काम पर चले गए। आमिर अपने भाई ईशान के साथ खेल रहा था।
इसी बीच उसकी मां पानी की मोटर बंद करने के लिए नीचे चली गई। ऊपर ईशान माचिस जलाकर इधर-उधर फेंक रहा था। आमिर भी वहीं मौजूद था। तभी अचानक पर्दे में आग लग गई। जला हुआ पर्दा आमिर पर गिर गया जिसकी वजह से वह बुरी तरह झुलस गया। शोर सुनकर उसकी मां तुरंत आई और जलते हुए बेटे को देखकर आग बुझाई और उसे जीटीबी अस्पताल लेकर गई, जहां करीब चार घंटे बाद आमिर की मौत हो गई।
आमिर की मां अपने घरेलू काम में व्यस्त थी, दोनों बच्चे खेल रहे थे। ऐसे में उन्हें पता ही नहीं चला कि ईशान ने रसोईघर से माचिस कब ले लिया। हालांकि उनकी मौजूदगी में वह माचिस से नहीं खेल रहा था, लेकिन जैसे ही वह नीचे मोटर बंद करने गई, वैसे ही माचिस से खेलने लगा। ईशान पहले ऐसी हरकत नहीं करता था, इसलिए उन्हें इसका अंदाजा भी नहीं था।
परिजनों का कहना है कि माता-पिता में से कोई एक कमरे में मौजूद होता तो आमिर की जान बच जाती। आग लगते ही वह उसे बचा लेते, लेकिन जब तक उसकी मां पहुंची, तब तक काफी देर हो चुकी थी। आमिर काफी जल चुका था।
ईशान की उम्र पांच साल है और मृतक आमिर तीन साल का है। ऐसे में आमिर खुद को आग से बचाने में सक्षम नहीं था, जबकि ईशान भी काफी छोटा है। आग लगते ही वह डर गया और भाई को बचाने के लिए तरीका नहीं सोच पाया।
आमिर की मौत से उसके परिजन सदमे हैं। वह परिवार का छोटा बेटा था और सभी का प्यारा था। परिजनों को समझ में नहीं आ रहा है कि अचानक कुछ ही मिनट में ऐसा कैसे हो गया।