जेवर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में तीन मंजिला पार्किंग बनेगी

सार्वजनिक और निजी परिवहन के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी दी जाएगी

Update: 2024-02-22 08:31 GMT

नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी वाला ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर (जीटीसी) बनाया जाएगा. इसके जरिये सार्वजनिक और निजी परिवहन के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी दी जाएगी. जीटीसी के ऊपर तीन मंजिला पार्किंग बनेगी.

एयरपोर्ट के लेआउट के मुताबिक, टर्मिनल-1 और टर्मिनल-2 के बीच 20 एकड़ में जीटीसी बनाया जाएगा. जीटीसी में यात्रियों के लिए टैक्सी पिक-अप के साथ यात्री वाहनों और बसों के लिए पार्किंग होगी. इसमें अंडरग्राउंड मेट्रो और हाई-स्पीड रेल स्टेशन शामिल होंगे. टैक्सी व बस सेवाएं, निजी पार्किंग, वाणिज्यिक स्थान, रेस्तरां और लाउंज ग्राउंड एवं फर्स्ट फ्लोर में होंगे. यह अपनी तरह की अलग इमारत होगी. जीटीसी टर्मिनल और परिवहन के बीच निर्बाध स्थानांतरण का अनुभव प्रदान करेगा. इसका उपयोग यात्रियों, आगंतुकों और कर्मचारियों द्वारा समान रूप से किया जा सकेगा.

व्यावसायिक सुविधाएं भी होंगी: जीटीसी में 40 से अधिक बसें, 4500 कारें और 4900 दोपहिया वाहन रखने की क्षमता होगी. इसके साथ ही एक सार्वजनिक परिवहन केंद्र (पीटीसी) भी इसका हिस्सा होगा. जो बसों, रेल जैसे क्षेत्रीय परिवहन के लिए उपयोग में लाया जाएगा. पीटीसी में यात्रियों, ड्राइवरों के लिए सुविधाओं के साथ-साथ व्यावसायिक सुविधाएं भी होंगी. इसका निर्माण करीब चार साल में किया जाना है.

नमो भारत और लाइट रेल के स्टेशन भी प्रस्तावित

योजना के मुताबिक, जीटीसी में मेट्रो और नमो भारत स्टेशन के अलावा बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा. लोग सीधे यहां पहुंच सकेंगे. जीटीसी के ऊपर तीन मंजिला मल्टीलेवल पॉर्किंग होगी. रैपिड रेल और लाइट रेल के स्टेशन भी बनेंगे. नोएडा एयरपोर्ट से परी चौक तक लाइट रेल प्रस्तावित है. गाजियाबाद वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक व यीडा सिटी के सेक्टर से होकर जाने वाली रैपिड रेल के जरिए लोग सीधे एयरपोर्ट के पास पहुंच सकेंगे. जीटीसी और टर्मिनल बिल्डिंग एक दूसरे से जुड़े होंगे. इससे यात्री आराम से सीधे टर्मिनल तक पहुंच जाएंगे.

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में ग्राउंड ट्रांसपोर्ट सेंटर बनाया जाएगा. इस सेंटर के ऊपर मल्टी लेवल पॉर्किंग होगी.

-डॉ़ अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण

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