तीन फर्जी रॉ एजेंट गिरफ्तार, जानिए क्या है पूरा मामला
करते थे करोड़ों की ठगी
नई दिल्ली। फर्जी रॉ एजेंट एवं वायुसेना का अधिकारी बनकर बेरोजगार युवकों को ठगने वाले गैंग का डीसीपी सिटी की एसओजी टीम और नगर कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने रॉ के फर्जी एजेंट एवं वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर समेत तीन आरोपी गिरफ्तार किए हैं। आरोपियों के पास से लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन और दो फर्जी आईडी कार्ड बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी सेना और रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को ठग रहे थे। आरोपियों ने केन्द्र सरकार की अग्निवीर योजना में भी नौकरी दिलाने के नाम पर कई युवाओं को ठगा। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि न्यू पंचवटी निवासी रविपाल ने शुक्रवार को नगर कोतवाली में अपने साथ हुई ठगी का केस दर्ज कराया था। जिसमें उनका कहना था कि ठग अनिकेत दत्ता ने उनसे और उनके साले मुकेश आर्य से सेना व रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 3.40 लाख रुपए ठग लिए। डीसीपी ने बताया कि रविपाल की शिकायत पर केस दर्ज कर जब पुलिस ने मामले की जांच की तो अनिकेत दत्ता के दो साथियों के नाम भी प्रकाश में आए। जांच.पड़ताल और सबूतों के आधार पर तीनों ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पकड़े गए आरोपियों में अनिकेत दत्ता निवासी नांगलोई दिल्ली, सिहानी गेट क्षेत्र निवासी मुकुल वर्मा और डासना गेट नगर कोतवाली निवासी अभिषेक शर्मा शामिल हैं।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पकड़ा गया अनिकेत दत्ता गैंग का सरगना है। वह खुद को रॉ एजेंट व वायुसेना का स्क्वाड्रन लीडर बताता था। जबकि मुकुल वर्मा फर्जी ई.मेल आईडी बनाने और फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करने का काम करता था। पुलिस की मानें तो मुकुल वर्मा द्वारा बनाई गईं फर्जी ई.मेल आईडी से अभिषेक शर्मा बेरोजगार युवकों को मेल भेजकर सेना व रेलवे में नौकरी लगवाने का प्रलोभन दिया करता था। संपर्क में आए लोगों से रकम ऐंठने के बाद वह उन्हें अनिकेत दत्ता से मिलवाता था। अनिकेत दत्ता ने रॉ एजेंट व वायुसेना के अधिकारी की फर्जी आईडी बना रखी है। जिन्हें दिखाकर वह युवकों से कहता था कि उसकी सेना में बहुत पहुंच है। झांसे में आए बेरोजगारों से आरोपी मोटी रकम ऐंठ लिया करते थे। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि गैंग सरगना एवं फर्जी रॉ एजेंट अनिकेत दत्ता मूलरूप से पश्चिमी बंगाल का रहने वाला है। ग्रेजुएट अनिकेत पूर्व में वह एक बीपीओ में काम करता था। यहां एक युवक की नौकरी लगवाने पर उसे अच्छा खासा कमीशन मिला था। जिसके बाद उसके दिमाग में नौकरी के नाम पर ठगी करने का विचार आया और उसने ठगी का धंधा शुरू कर दिया। पुलिस की मानें तो अनिकेत नौकरी के नाम पर अपने रिश्तेदार और जानकारों को भी ठग चुका है।
गाजियाबाद पुलिस ने रॉ एजेंट बनकर नौकरी लगवाने के नाम पर फ्रॉड करने वाले तीन लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया है। इनसे रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय की कई फर्जी मिली हैं। डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया, पकड़े गए आरोपी अनिकेत दत्ता निवासी पश्चिम बंगाल, मुकुल वर्मा, अभिषेक शर्मा निवासी गाजियाबाद हैं। पूछताछ में अनिकेत दत्ता ने बताया कि वो खुद को रक्षा मंत्रालय की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग में तैनात होना बताता था। अनकेत से हरविंदर सिंह नाम की आईडी भी मिली है, जिस पर उसे भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर बताया हुआ है। भारतीय थलसेना लिखा हुआ फर्जी ऑफर लेटर भी आरोपियों से बरामद हुआ है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि वो एक-दूसरे को रक्षा मंत्रालय के अधीन बताते थे और बेरोजगारों को अपने जाल में फंसाते थे। वे उन्हें नौकरी लगवाने का झांसा देते थे और रकम ऐंठते थे। कई बार वो ऐसे बेरोजगारों को फर्जी नियुक्ति पत्र तक थमा देते थे। इस गिरोह में मुकुल वर्मा का काम अपने लैपटॉप पर फर्जी आईडी और फर्जी नियुक्ति पत्र बनाना होता था। अभिषेक शर्मा ऐसे लोगों को ढूंढता था, जो नौकरी की तलाश में भटक रहे होते हैं। जब ऐसे बेरोजगार मिल जाते थे तो वो उनकी मुलाकात अनिकेत दत्ता से कराता था। अनिकेत दत्ता खुद को बड़ा अधिकारी बताकर उन लड़कों के इंटरव्यू लेता था। ये तीनों प्रत्येक बेरोजगार से करीब सवा लाख रुपए लेते थे। आरोपियों ने अभी तक 12 लड़कों से ठगी करने की बात कुबूली है।