रायसेन। पिता काे तैरना नहीं आता था, लेकिन जब उसकी दो बेटियां कुए में गिरीं तो उन्हें बचाने के लिए छलांग लगा दी। तीनों की डूबने से मौत हो गई है। पिता का अपनी बेटियों के लिए जान देने की यह घटना रायसेन जिला मुख्यलय से करीब सौ किमी दूर सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम टेकापार में हुई है। रविवार को रामलाल चिढ़ार की बेटियां शैफाली उम्र 14 वर्ष, वैशाली उम्र 10 वर्ष और शुभी उम्र छह वर्ष खेलने के लिए खेतों के आसपास गई थी। खेलते हुए तीनों मासूम बेटियां खेत में कुए के पास लगे पेड़ से बेर तोड़ने लगी। बेर तोड़ते-तोड़ते शैफाली व वैशाली का पैर फिसल गया और वे कुए में गिर गईं। अपनी दोनों बड़ी बहनों को कुए में गिरते हुए देखकर शुभी चिल्लाकर रोने लगी। बच्ची की रोने की आवाज सुनकर पिता रामलाल उम्र 35 वर्ष पहुंच गए। रामलाल को तैरना नहीं आता था, बेटियों की जिंदगी बचाने की उम्मीद लेकर उसने कुए में छलांग लगा दी।
कुआ में पानी अधिक होने से पिता अपनी बेटियों को नहीं बचा सका और डूबने से उसकी भी मौत हो गई। अपनी दोनों बहनों और पिता के डूबने का मार्मिक दृश्य देखकर नन्ही शुभी की चीख-पुकार तेज हो गई। जोर-जोर से चिल्लाने की आवास सुनकर वहां से निकलने वाले पहुंच गए। उनके ही ग्राम के सुरेंद्र सिंह ने जब कुएं के पास पहुंचकर यह वीभत्व दृश्य देखा तो उन्होंने फोन करके ग्राम के अन्य लोगों को बुलाया। इसके साथ ही उन्होंने डायल-100 के माध्यम से पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणजनों ने कुए पर पहुंचकर पिता और उसकी दोनों बेटियों को निकालने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने तीनों के शव कुए से बाहर निकाले। उसके बाद ग्रामीणजन तीनों के शव सुल्तानगंज शासकीय अस्पताल ले गए। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तीनों पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिए हैं। रामपाल की पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। उसके अन्य परिजनों ने शव को लेकर जाकर अंतिम संस्कार किया है।