चेन्नई। तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार को गांजा तस्करी करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान चंद्रप्रकाश (25), के. चंद्रू (25), बी.आकाश (20) के रूप में हुई है। सभी आरोपी पड़ोसी कृष्णागिरि जिले का उथंगराई तालुक के रहने वाले हैं।
उन्हें तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश सीमा पर तिरुपत्तूर में गजलानैकेनपट्टी गांव में पुलिस चेक-पोस्ट पर गिरफ्तार किया गया। जब इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, तब यह एसयूवी से यात्रा कर रहे थे। बता दें कि इनके पास से 2 किलोग्राम गांज भी बरामद किया गया है। तिरुपत्तूर के पुलिस अधीक्षक (एसपी), अल्बर्ट जॉन ने आईएएनएस को बताया कि गुप्त सूचना के आधार उन्होंने टीम को गजलानैकेनपट्टी चेक-पोस्ट के पास वाहनों का निरीक्षण करने का आदेश दिया था।
उन्होंने कहा कि टीम ने चेन्नई-पंजीकृत एक एसयूवी को रोका और निरीक्षण के दौरान वाहन के अंदर मौजूद तीनों ने विरोधाभासी जवाब दिए। एसपी ने कहा कि पुलिस ने सभी वाहनों का निरीक्षण किया। जिसके बाद गाड़ी के अंदर छुपाकर रखे गए गांजे का बंडल मिला।
पुलिस ने कहा कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि तीनों आंध्र प्रदेश के अंदरूनी हिस्सों से नशीली दवाओं की खेप की तस्करी कर रहे थे और डिलीवरी के लिए बेंगलुरु की ओर जा रहे थे। केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि शुक्रवार को 160 किलोग्राम प्रतिबंधित नशीले पदार्थों का खेप मदुरै से जब्त किया गया। पुलिस के मुताबिक, जब्त की गई खेप की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में है। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) को अब इसके कैडर और पूर्व नेता पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व कार्यकर्ताओं के बारे में खुफिया सूचनाएं थीं कि वे आतंकवादी संगठन के पुनरुद्धार के लिए धन के साधन के रूप में मादक पदार्थों की तस्करी का उपयोग कर रहे थे।